मेरठ। यूजीसी ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा मोड में मान्यता दे दी है। अब यहां से स्टूडेंट डिस्टेंस लर्निंग कोर्स कर सकेंगे। यह जानकारी आज विश्वविद्यालय कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा मोड में मान्यता मिलने के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले और कामकाजी लोगों को घर बैठे कार्स करने का फायदा मिलेगा।
कुलपति के अनुसार चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू), मेरठ, ने अपने उच्च शैक्षणिक गुणवत्ता और समर्पण के कारण विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) कार्यक्रमों के तहत 11 नए पाठ्यक्रम शुरू करने की स्वीकृति प्राप्त की है। प्रोफेसर संगीता शुक्ला के अनुसार छात्रों को बीबीए, एमए शिक्षा शास्त्र, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, एमसीए, एमकॉम, एमबीए मार्कटिंग, फाइनेंस, हयूमन रिसोर्स कराए जाएंगे।
विवि प्रवक्ता ने बताया कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक गुणवत्ता के मानकों में लगातार सुधार करते हुए उल्लेखनीय रैंकिंग और मान्यता प्राप्त की है। सीसीएसयू को नैक ए प्लस प्लस द्वारा उच्च ग्रेडिंग प्राप्त है, जो विश्वविद्यालय के शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रमाण है। यूजीसी द्वारा ओडीएल कार्यक्रमों के लिए अनुदान और अनुमोदन प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक था कि विश्वविद्यालय कम से कम ग्रेड-1 श्रेणी में आता हो और नैक द्वारा दी गई रैंकिंग में उसकी स्थिति अच्छी हो।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने इन मानकों को पूरा करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में अपनी साख बनाई है और इसी कारण इसे ओडीएल पाठ्यक्रमों के संचालन की अनुमति प्रदान की गई है।विवि प्रवक्ता के अनुसार चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय विभिन्न जिलों में अध्ययन केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है, जहाँ छात्रों को मार्गदर्शन, परीक्षाओं की सुविधा और अन्य शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध होंगे। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय स्थानीय उद्योगों और संगठनों के साथ साझेदारी करके छात्रों को व्यावहारिक अनुभव देने की योजना बना रहा है, जिससे उनकी रोजगार क्षमता में वृद्धि हो सकेगी।