देवबंद (सहारनपुर)। ग्राम गंगदासपुर जट में एक बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि डेढ़ माह से गन्ना सीजन शुरू हो चुका है। और प्रदेश की अधिकांश चीनी मिल चल चुकी हैं। इसके बावजूद भी अभी तक भाजपा की योगी सरकार ने गन्ने का मूल्य घोषित नहीं किया है। अभी भी पिछले वर्ष का गन्ना भुगतान व पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज चीनी मिलों पर बकाया है। पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज 73 करोड रुपए त्रिवेणी शुगर मिल देवबंद पर बकाया है। पड़ोसी चीनी मिल गांगनौली पर पिछले वर्ष का गन्ना भुगतान व ब्याज अभी तक बकाया है। जिस पर प्रदेश की योगी सरकार मौन बनी हुई है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा की योगी सरकार गन्ना उत्पादन पर बढ़ती हुई लागत को देखते हुए गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹700 कुंतल तत्काल घोषित करें।
इस वर्ष गन्ने की उत्पादन लागत 550 रुपए कुंतल है। डॉ एम एस स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार C2 + 50% के तहत गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹ 825 कुंतल होना चाहिए। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि जिन चीनी मिलों पर पिछले वर्ष का गन्ना भुगतान व ब्याज बकाया है उन्हें गन्ना किसानों से दुलाई किराया काटने का अधिकार नहीं है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि कृषि यंत्र खाद बीज कीटनाशक डीजल से जीएसटी हटाकर किसानों की फसलों की लागत कम कराई जाए। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य तो दूर सरकार लागत मूल्य भी नहीं दिला रही है जिसके कारण किसानों को अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने में परेशानी हो रही है और उनकी फीस भी फसलों से नहीं निकल रही है और किस के बुजुर्ग माता-पिता को दवाई की व्यवस्था भी नहीं हो पा रही है।
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अन्नदाता किसानों पर लगातार कर्ज बढ़ता जा रहा है। भगत सिंह वर्मा ने सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹ 700 कुंतल घोषित नहीं किया और चीनी मिलों से पिछले वर्ष का गन्ना भुगतान व ब्याज नहीं दिलाया तो गन्ना किसान सड़कों पर आकर बड़ा आंदोलन करेंगे। बैठक की अध्यक्षता करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय सलाहकार हाफिज मुर्तजा त्यागी ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने पर ही गन्ना किसानों की समस्याएं हल होगी।
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पृथक राज्य के लिए किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी, दुकानदार, बुद्धिजीवी, वकील, पत्रकार, युवा और छात्र आगे आकर संघर्ष में भागीदारी करें। बैठक का संचालन करते हुए प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि भाजपा की योगी सरकार किसान विरोधी है और गन्ना किसानों की घोर उपेक्षा कर रही है जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में जिला उपाध्यक्ष मांगेराम यादव, जिला मंत्री महबूब हसन, हाजी बुद्धू हसन, मोहम्मद बारीक त्यागी, मोहम्मद तसलीम, रविंद्र चौधरी, आकाश चौधरी, अमन सिंह गिल, पदम सिंह, अमित कुमार, सुमित वर्मा, संत सिंह, समरपाल सिंह, सुरेंद्र प्रधान ने भाग लिया।