सहारनपुर। आतिशबाजी चलाने के दौरान बारूद की चपेट में आकर झुलसे दो मासूम बच्चों की दुखद मौत हो गई। मरने वालों में 13 वर्षीय मयंक सैनी अपने परिवार का इकलौता पुत्र था। दूसरे बच्चे का नाम वंश है। यह हादसा तीतरो थाना क्षेत्र का है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गांव बालू में सुशील सैनी के 13 वर्षीय बेटे मयंक सैनी लोहे की नाल में गंधक और पोटाश भरकर आग लगा दी थी जिससे धमाके के साथ लोहे की नाल फट गई थी और बारूद से मयंक गंभीर रूप से झुलस गया था। उपचार के दौरान ऋषिकेश उत्तराखंड के एम्स में उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने बताया कि चिकित्सकों ने उसकी आंख का सफल आपरेशन कर दिया था और उसके स्वास्थ्य में भी सुधार हो रहा था लेकिन अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और उसकी सांसें थम गईं। वह कक्षा पांच का छात्र था और गांव के ही स्कूल में पढ़ता था।
दूसरी घटना कस्बा तीतरो में बालक वंश ने कांच के गिलास को पटाखे के ऊपर रखकर चला दिया था। धमाके में कांच के शीशे वंश के चेहरे में घुस गए थे जिससे उसकी मौत हो गई।