मेरठ। पुलिस ने आज साइबर ठगी के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के तीन सदस्यों आसिफ उर्फ सिप्पा, जमीर उर्फ जमील और तालिब को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नगर पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि थाना लोहिया नगर के जमुना नगर मोहल्ला निवासी सोहेल खान पुत्र जमील अहमद के द्वारा साइबर पोर्टल 1930 पर एक साइबर ठगी के सम्बन्ध में शिकायत दर्ज करायी। जिसमें उसके साथ दीपावली पर ऑफर चलने के नाम पर एक अवैधानिक कम्पनी द्वारा लिंक भेजकर तथा कथित मोबाइल नंबर से कम निवेश पर अधिक लाभ का झांसा देकर करीब एक लाख रूपये निवेश करा लिये और कोई भी पैसा उसको नहीं मिला। इस प्रकार आवेदक के साथ धोखाधडी करके तथा कथित कम्पनी द्वारा ठगी कर लगी गयी। पुलिस अधीक्षक ने बताया इस मामले की जांच साइबर थाना मेरठ द्वारा की जा रही थी। जांच के दौरान आवेदक का पैसा जिन-जिन एकाउण्ट में गया उसकी फर्स्ट लेयर व सैकेण्ड लेयर के एकाउण्टों का विवरण प्राप्त हुआ।
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जिसकी जांच से ग्राम ताबली थाना शाहपुर जनपद मुजफ्फरनगर के मौ. समीर का नाम प्रकाश में आया। इसी क्रम में थाना मेडिकल पुलिस ने आज चेकिंग के दौरान एक कार में सवार आसिफ उर्फ सिप्पा व जमील उर्फ जमीर को हिरासत में लिया। इनके कब्जे से 95 एटीएम कार्ड, 04 मोबाइल फोन, 05 पासबुक, 09 चेकबुक, 14 मोबाइल सिम बरामद हुए। उक्त बरामदगी के आधार पर पकड़े गये व्यक्तियों से गहराई से जांच की गयी एवं इतनी बडी मात्रा में एटीएम, पासबुक, चेक, सिम अपने पास रखने के सम्बन्ध में जानकारी की गयी।
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जांच के दौरान यह पाया गया कि सोहेल खान के साथ हुई धोखाधडी के सम्बन्ध में सैकेण्ड लेयर एकाउण्ट मौ0 समीर निवासी ग्राम तावली थाना शाहपुर के नाम जारी एटीएम व बैंक एकाउण्ट विवरण उक्त दोनों संदिग्ध व्यक्तियों से प्राप्त सामग्री में पाया गया। जिसकी साइबर टीम मेरठ व थाना मेडिकल पुलिस द्वारा अधिक गहराई से जांच की गयी तो एक अन्तर्राष्ट्रीय साइबर ठगी के गैंग का पर्दाफाश हुआ। पूछताछ के दौरान साइबर ठगी के मुख्य आरोपी आसिफ उर्फ सिप्पा द्वारा बताया कि वह वर्ष-2012 से 2023 तक कुवैत में रहा है। जहां उसके भाई महताब का रेस्टोरेन्ट संचालित है। इसी दौरान वर्ष-2016 में चार्ली उर्फ सद्दाम नाम के व्यक्ति से कुवैत में उसकी मुलाकात हुई। चार्ली उर्फ सद्दाम एसी टेक्नीशियन का काम करता था। दोनों की आपस में गहरी दोस्ती हो गयी।
करीब छह माह पहले दिल्ली के चांदनी चौक पर दोनों की मीटिंग हुई तथा दोनों की आहिल जो बम्बई में रहता है से वार्ता हुई और इन तीनों ने मिलकर एक प्लान तैयार किया कि अवैध रूप से ऑनलाइन एप तैयार करके लोगों के साथ धोखाधडी करके ठगी की जाये। इस योजना के तहत आहिल जो बम्बई में रहता है के द्वारा एक अवैध गैमिंग एप्प (अन्ना रेडी एप्प) तैयार किया गया। आसिफ उर्फ सिप्पा अपनी जान पहचान के लोगों से फर्जी एकाउण्ट खुलवाकर कमीशन के आधार पर हायर करता है और कम्पनी का हैड चार्ली उर्फ सद्दाम जो छत्तीसगढ में रहता है। इसी क्रम में उक्त तीनों लोगों द्वारा अवैध अन्ना रेडी अप्प तैयार किया।
जिसके लिये आसिफ उर्फ सिप्पा द्वारा 40 एकाउण्ट हायर किये गये। सभी एकाउण्ट से सम्बन्धित व्यक्तियों के नाम से कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर सिम प्राप्त करके चार्ली उर्फ सद्दाम को उपलब्ध कराये गये और सभी एकाउण्ट के एटीएम अपने पास रखते है। अभी तक की जांच से यह तथ्य सामने आया है कि उक्त अन्तर्राष्ट्रीय साइबर गैंग द्वारा मिलकर प्रतिदिन करीब 15 लाख रूपये की लोगों से ठगी की जा रही है। ठगी का पैसा हवाला के माध्यम से एक दूसरे के पास पहुँचाया जा रहा है। उक्त गैंग द्वारा सैकडों लोगों से ठगी कर साइबर फ्रॉड के माध्यम से धन अर्जित किया जा रहा है।