मेरठ। उत्तर प्रदेश जनगणना कार्य निदेशालय और गृह मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त निदेशक डॉ. एसएस शर्मा और सहायक निदेशक पंकज श्रीवास्तव ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के राजा महेंद्र प्रताप सेंट्रल लाइब्रेरी का स्थलीय निरीक्षण किया। यह निरीक्षण विश्वविद्यालय में प्रस्तावित सेंसस डेटा रिसर्च वर्क स्टेशन की स्थापना के लिए किया गया। इससे पहले 12 नवंबर को दोनों अधिकारियों ने कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला और अन्य अधिकारियों के समक्ष एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से इस वर्क स्टेशन की विशेषताओं और उपयोगिता पर प्रकाश डाला था।
मुजफ्फरनगर में रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी का भव्य रोड शो, गठबंधन प्रत्याशी के लिए मांगे वोट
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के निर्देशानुसार, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में यह वर्क स्टेशन स्थापित किया जा रहा है। विश्वविद्यालय ने इसके लिए प्रोफेसर जमाल अहमद सिद्दीकी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। संयुक्त निदेशक डॉ. शर्मा ने बताया कि जनगणना के सूक्ष्म स्तर के आंकड़े शोध कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन आंकड़ों के माध्यम से समाज के बहुस्तरीय विश्लेषण और सूक्ष्म शोध कार्यों को दिशा मिलती है।
असदुद्दीन ओवैसी ने अखिलेश और भाजपा पर बोला हमला,कहा-सपा हार मान चुकी, अब जयंत को हराना है
वर्क स्टेशन से विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को होगा लाभ यह वर्क स्टेशन विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को प्रमाणित और विस्तृत डेटा तक पहुंच प्रदान करेगा, जो सामाजिक, आर्थिक, जनसांख्यिकी और नीति निर्माण जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान की गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक होगा। छात्र इस डेटा का उपयोग प्रोजेक्ट आधारित शिक्षा, इंटरडिसिप्लिनरी अनुसंधान और संख्यात्मक विश्लेषण जैसे क्षेत्रों में कर सकेंगे। विशेषज्ञों और डेटा वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में वे न केवल अपने शोध कार्यों को सटीकता और प्रभावशाली बना पाएंगे, बल्कि अकादमिक क्षेत्र में नई उपलब्धियां भी हासिल करेंगे।