रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने राज्य में राजनीतिक हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी की ओर से लगाए गए आरोपों को नकार दिया है। झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के लोग चुनाव में हारने के बाद एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए आपस में मारपीट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों ने वोट मैनेज करने का ठेका जिन मठाधीशों को दिया था, वे नेताओं और पार्टी से मिला पैसा डकार गए हैं। ऐसे ही लोग आपस में लड़-भिड़ रहे हैं।
इस लड़ाई को भाजपा अपने स्तर पर देखे। इसे लेकर झामुमो पर आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र राय ने मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया था कि झामुमो एवं कांग्रेस के लोगों ने बरहेट, राजमहल, पाकुड़, बहरागोड़ा, जामताड़ा सहित कई स्थानों पर भाजपा समर्थकों के साथ-साथ मतदाताओं और आम लोगों के साथ मारपीट की है। कई जगहों पर हमले और उत्पात की घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि विद्वेषपूर्ण राजनीतिक हिंसा पर तत्काल रोक लगनी चाहिए अन्यथा प्रदेश भाजपा के कार्यकर्ता विवश होकर सड़कों पर उतरेंगे। पिछले तीन दिनों से राज्य के विभिन्न हिस्सों में जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, उससे भापा कार्यकर्ताओं का धैर्य टूट सकता है।
अगर वे जवाब देने के लिए उतरे तो प्रदेश में स्थिति भयावह हो जाएगी। झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी मंगलवार को साहिबगंज में कहा कि कांग्रेस और झामुमो के लोग सत्ता के अहंकार में झारखंड में लोकतंत्र के रखवालों पर हमला कर रहे हैं। झारखंड लव जिहाद-लैंड जिहाद के बाद अब पत्थरबाजों की गिरफ्त में आ चुका है। हाल यह है कि पत्थर चलाए जा रहे हैं, लाठी मारी जा रही है, घर तोड़े जा रहे हैं, वोट देने के आधार पर जनता को पीटा जा रहा है।