नई दिल्ली। अकाल तख्त ने अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल को सजा सुनाई है, जिसके तहत उन्हें धार्मिक अनुशासन का पालन करते हुए जूठे बर्तन धोने और वॉशरूम साफ करने का आदेश दिया गया है। यह सजा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम को माफी दिलाने और बेअदबी मामलों में उनकी भूमिका को लेकर दी गई है।
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सजा के तहत सुखबीर बादल को सबसे पहले एक घंटे तक बाथरूम साफ करना होगा। इसके बाद उन्हें लंगर में जूठे बर्तन धोने होंगे। इस प्रक्रिया के बाद उन्हें कीर्तन सुनने के लिए भी उपस्थित रहना होगा।
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सजा के साथ एक और बड़ा फैसला यह लिया गया है कि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से “फक्र-ए-कौम” सम्मान वापस लिया जाएगा। यह सम्मान उन्हें समुदाय के प्रति उनके योगदान के लिए दिया गया था, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों के चलते इसे वापस लेने का निर्णय लिया गया है।
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सुखबीर बादल पर आरोप है कि जब वह सत्ता में थे, तब उन्होंने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम पर नरम रुख अपनाया था। इसके अलावा, वेशभूषा विवाद में राम रहीम के खिलाफ शिकायतों को वापस लेने का भी उन पर आरोप है। यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने अपनी राजनीतिक ताकत का उपयोग करके राम रहीम को माफी दिलवाने में मदद की थी, जिससे धार्मिक समुदाय में आक्रोश फैल गया।