लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार करते हुए बीजेपी प्रत्याशी चंद्रभान पासवान के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण में मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोलते हुए परिवारवाद, माफियाओं का समर्थन, और विकास विरोधी रवैये को लेकर आरोप लगाए।
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सीएम योगी ने कहा कि परिवारवाद विकास में सबसे बड़ी बाधा है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाया कि यह पार्टी संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर और सामाजिक न्याय के पुरोधाओं का अपमान करती है। उन्होंने कहा “सपा ने हमेशा समाज को बांटने और अपराध को बढ़ावा देने का काम किया है।”
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा ने प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ और अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का विरोध किया। उन्होंने सपा पर धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के विकास में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए कहा “जब काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण होता है या संत रविदास की जन्मस्थली का सुंदरीकरण होता है, तो सपा इसका भी विरोध करती है।”
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सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी की तुलना करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने कन्नौज मेडिकल कॉलेज का नाम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखा। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का अपमान करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी।
मुख्यमंत्री ने हैरिंग्टनगंज के नाम का जिक्र करते हुए कहा कि यह गुलामी की मानसिकता का प्रतीक है। उन्होंने सुझाव दिया कि इसका नाम किसी भारतीय संत या ऐतिहासिक हस्ती के नाम पर रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा “सपा सरकार के दौरान इन लोगों ने गुलामी के ढांचे को बनाए रखने के लिए पूरी ताकत लगा दी, लेकिन हमारी सरकार ने तय किया कि इस ढांचे को हटाया जाएगा।”
सीएम योगी ने भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने विकास, सांस्कृतिक उत्थान और सामाजिक न्याय के लिए कार्य किया है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे चंद्रभान पासवान को वोट देकर भाजपा को एक बार फिर मजबूत करें।
मुख्यमंत्री के इस आक्रामक भाषण ने समाजवादी पार्टी और विपक्षी दलों पर तीखा राजनीतिक वार किया, जो आगामी चुनावों में अहम भूमिका निभा सकता है।