नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार (3 दिसंबर 2024) को संभल हिंसा को लेकर सदन में जोरदार हंगामा हुआ। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बीच तीखी तकरार देखने को मिली।
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को “सोची-समझी साजिश” करार देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। उन्होंने सदन में जोर देकर कहा कि इस घटना में पुलिस और प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है। इसके साथ ही अखिलेश ने यूपी उपचुनाव की तारीखों में बदलाव पर सवाल उठाते हुए इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया।
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अखिलेश के बयान से नाराज होकर भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपनी सीट से खड़े होकर विरोध जताने लगे। उन्होंने अखिलेश पर झूठे आरोप लगाने और भाजपा को बदनाम करने का आरोप लगाया। गिरिराज सिंह की प्रतिक्रिया के दौरान सदन में माहौल गर्मा गया।
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गिरिराज सिंह को समर्थन देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी बहस में कूद पड़े। उन्होंने अखिलेश के बयानों को “भड़काऊ” और “गलत तथ्यों पर आधारित” बताते हुए सपा प्रमुख पर निशाना साधा।
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दोनों पक्षों के बीच बढ़ती तकरार को देखते हुए लोकसभा स्पीकर ने सत्ता पक्ष के सांसदों को अपनी सीट पर बैठने के लिए कहा। गिरिराज सिंह थोड़ी देर बाद शांत होकर बैठ गए, लेकिन पीयूष गोयल ने भी अपनी नाराजगी जारी रखी।
संभल में हाल ही में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान पत्थरबाजी और फायरिंग की घटनाएं सामने आई थीं। फॉरेंसिक जांच में पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री (POF) के कारतूस मिलने के बाद मामला और गंभीर हो गया है।