नई दिल्ली। अडानी समूह को लेकर विवाद ने संसद परिसर में गर्माहट पैदा कर दी। विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA) ने मंगलवार को इस मुद्दे पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल हुए।
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विपक्षी दलों ने अडानी समूह से जुड़े विवाद पर केंद्र सरकार को घेरते हुए संसद परिसर में प्रदर्शन किया। राहुल गांधी हाथ में संविधान की प्रति लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए, जिसका उद्देश्य लोकतांत्रिक मूल्यों और पारदर्शिता की मांग पर जोर देना था। प्रियंका गांधी ने भी इस प्रदर्शन में भाग लेकर इसे मजबूत समर्थन दिया।
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विपक्ष के इस विरोध प्रदर्शन पर बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्ष के प्रदर्शन को “राजनीतिक नौटंकी” करार दिया। उन्होंने कहा कि”बेहतर होता कि खुद को विपक्ष का नेता कहने वाले लोग राम जन्मभूमि मंदिर की परिक्रमा करते। जो लोग यहां राजनीतिक ड्रामा कर रहे हैं, उन्हें राजघाट पर जाकर बैठना चाहिए था।”
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बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि “राहुल गांधी संविधान की किताब लेकर संविधान तोड़ने की बात कर रहे थे। उनका काम यहां (संसद परिसर) आकर फोटो सेशन पूरा करना था, न कि गंभीर मुद्दों पर चर्चा करना।”
विपक्षी दलों ने प्रदर्शन के दौरान अडानी समूह से जुड़े आरोपों की स्वतंत्र जांच की मांग की। उनका कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर पारदर्शिता बरतने में विफल रही है और इसके जरिए लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है।
अडानी विवाद को लेकर संसद का सत्र लगातार हंगामेदार बना हुआ है। विपक्ष इस मुद्दे पर जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) की जांच की मांग कर रहा है, जबकि सरकार इसे विपक्ष का ध्यान भटकाने का प्रयास मान रही है।