समस्याएं किसके जीवन में नहीं आती? सबके जीवन में आती है। यह संसार ऐसा ही है, क्योंकि मनुष्य अल्प शक्तिमान है, सर्वशक्तिमान नहीं। इसलिए सारी समस्याओं को एक साथ नहीं सुलझा सकता और इसी कारण से वह सारी समस्याओं को बारी-बारी से भी नहीं सुलझा पाता।
कठिनाई से दो चार समस्याएं ही सुलझ पाती हैं और इतने में ही दो-चार और नई समस्याएं आ जाती हैं। इस प्रकार जीवन भर समस्याओं का तांता लगा ही रहता है। जब तक जीवन रहेगा, समस्याएं आती ही रहेगी। फिर भी बुद्धिमान, धैर्यशाली मनुष्य को इन समस्याओं से घबराना नहीं चाहिए। इनको सुलझाने का प्रयास करते रहना चाहिए। जब भी कोई समस्या आये उस पर धैर्यपूर्वक विचार करें कि समस्या क्या है? दूसरे यह सोचे कि इसका कारण क्या है? इसके पश्चात ही उस कारण को बुद्धिमता और पुरूषार्थ से दूर करने का प्रयन्त करें।
यदि आपने ये तीन काम धैर्यपूर्वक कर लिये तो आपकी समस्या का समाधान निश्चिय ही हो जायेगा। समस्या सुलझाते समय यह सावधानी अवश्य बरतें कि जल्दबाजी बिल्कुल न करें। धैर्य और शान्ति से ही समाधान निकलेगा। यदि फिर भी समाधान न हो पाये तो भी शुभचिंतक, विद्वान व बुद्धिमान का परामर्श लें।