गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र से किशोरी को अगवा करने वाले आरोपी वारदात के 16 साल बाद क्राइम ब्रांच टीम के हत्थे चढ़ा है। आरोपी यूसुफ ने दूसरे संप्रदाय की किशोरी से निकाह रचाया और उसके साथ अलग-अलग क्षेत्रों में रहा। दोनों अब तीन बच्चों के माता-पिता हैं। पुलिस जल्द ही पीड़िता को कोर्ट में पेश करेगी।
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एडीसीपी सच्चिदानंद राय ने पुलिस लाइन में आयोजित पुलिस वार्ता में बताया कि मसूरी थाना में क्षेत्र के बीएससी पास आरोपी युसूफ पड़ोसी के घर उनके बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने जाता था। इसी दौरान छात्रों की 16 वर्षीय बहन को अगवा कर ले गया। युसूफ किशोरी को लेकर नूंह हरियाणा में किराये के मकान में रहने लगा और एक निजी स्कूल और घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने लगा और परिजनों से नाता तोड़ लिया।
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पुलिस ने जांच के दौरान प्रकाश में आए आरोपी के पिता सलीमुद्दीन और उसके भाइयों करीमुद्दीन, अय्यूब, अज्जू उर्फ एयाज और आरिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस ने कुर्की की भी कार्यवाही की और मई 2024 में आरोपी यूसुफ की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया था।
बताया जाता है कि यूसुफ किसी काम से मसूरी आया था और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। युसूफ ने किशोरी से निकाह करने व तीन बच्चों के माता-पिता होने की बात कही। एडीसीपी ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने नूंह में भी जांच पड़ताल की है और जल्द ही पीड़िता के बयान कोर्ट में दर्ज कराए जाएंगे। गिरफ्तार युसूफ ने बताया कि उसकी पत्नी दूसरे संप्रदाय की है लेकिन अब वह नमाज पढ़ती है। 16 वर्षों में परिजनों या पत्नी के परिजनों से संपर्क नहीं किया। बड़ा बेटा आयान 11 वर्ष का है और कक्षा छह का छात्र है।