नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रमेश पहलवान अपनी पार्षद पत्नी कुसुमलता के साथ रविवार को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए। कुछ ही देर बाद आम आदमी पार्टी की चौथी लिस्ट सामने आई जिसमें रमेश पहलवान को कस्तूरबा नगर से टिकट थमाया गया। रमेश पहलवान के सपत्नी ‘आप’ में आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर प्रतिक्रिया दी।
भोपा डकैती का 3 दिन में खुलासा नहीं हुआ तो भाकियू देगी बेमियादी धरना, व्यापार मंडल भी देगा साथ !
उन्होंने कहा, “कस्तूरबा नगर की स्थानीय जनता के बीच सक्रिय रमेश पहलवान एवं कुसुमलता जी का आम आदमी पार्टी परिवार में हार्दिक स्वागत है।” कुसुमलता ने कहा कि मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझती हूं कि आज ‘आप’ के साथ जुड़ी हूं। वहीं रमेश पहलवान ने कहा, “मेरी आज घर वापसी हो रही है। मैं समझता हूं कि मैं दोबारा से सही जगह आया हूं। दिल्ली की दिल की धड़कन अरविंद केजरीवाल हैं।” विधिवत रूप से पार्टी में शामिल कराते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मुझे रमेश पहलवान को आम आदमी पार्टी में शामिल कराते हुए अत्याधिक प्रसन्नता हो रही है।
मुज़फ्फरनगर में बिजली की चिंगारी से जली किसानों की फसल, 15 बीघे के ईख जलकर हुए राख
2013 में वह ‘आप’ में शामिल हुए थे। लेकिन, 2017 में उन्होंने किसी कारणवश हमारी पार्टी से नाता तोड़ लिया था। अब सात साल बाद उनकी वापसी हो रही है। अगर उनके उनके इलाके के लोगों से पूछेंगे तो वो कहेंगे कि रमेश पहलवान और कुसुमलता जी 24 घंटे लोगों के बीच में रहते हैं।” बता दें कि इससे पहले भी रमेश पहलवान आम आदमी पार्टी के सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने 2017 में ‘आप’ छोड़ दिया था। इसी को देखते हुए उन्होंने कहा कि ‘आज मेरी घर वापसी’ हो रही है। इससे पहले दो दिसंबर को प्रख्यात शिक्षक अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी।
डा. सुनील तेवतिया होंगे मुजफ्फरनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सोमवार को लेंगे चार्ज
अरविंद केजरीवाल ने गले में पार्टी का पटका और टोपी पहनाकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई थी। पार्टी में शामिल होने के बाद अवध ओझा ने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को धन्यवाद देते हुए कहा था कि उन्होंने मुझे राजनीति में आकर शिक्षा के लिए काम करने का अवसर दिया है। शिक्षा एक ऐसा माध्यम है, जो परिवार, समाज, राष्ट्र की आत्मा है। जितने भी देश दुनिया में महान हुए, उनकी पृष्ठभूमि में कहीं न कहीं शिक्षा का योगदान रहा है। अब तो मैं पार्टी का हिस्सा हूं।