नई दिल्ली। खनौरी बॉर्डर पर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। पिछले 20 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अनशन तोड़ने को तैयार नहीं हैं। उनसे मिलने पहुंची जुलाना विधायक और पहलवान विनेश फोगाट ने कहा ये बड़ी बात है कि वो हमारे लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। विनेश फोगाट अपने पति सोमबीर राठी के साथ किसान नेता का हालचाल जाने खनौरी बॉर्डर पहुंची।
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फोगाट ने कहा कि इससे बड़ा कोई दुख नहीं है। डल्लेवाल मजबूत इरादों के किसान नेता है। उन्हें सरकार ने ऐसी हालत में छोड़ दिया है। उनकी जरूरत हमें है। बात करने और अमल में लाने में अंतर है। आज एक बुजुर्ग वह व्यक्ति वहां भूखा बैठा है, कैंसर से पीड़ित है और उसने अपनी पत्नी को भी खो दिया है, फिर भी वह हमारे भविष्य के लिए लड़ रहा है और बहुत संघर्ष कर रहा है। ये बड़ी बात है।
बता दें, पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने केंद्रीय गृह मंत्रालय में निदेशक मयंक मिश्रा के साथ अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की और उनसे बातचीत की। डल्लेवाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हम अनशनकारी नेता को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने आए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि डल्लेवाल बहुत महत्वपूर्ण किसान नेता और वरिष्ठ नागरिक हैं। ऐसे में सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें चिकित्सा सुविधा मिले, क्योंकि खेती-किसानी के मुद्दों के लिए जीवन बहुत महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री भगवंत मान का संदेश डल्लेवाल तक पहुंचाया है। सीएम का कहना है कि डल्लेवाल का जीवन कीमती है।
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उन्होंने आगे कहा कि धरना स्थल पर एंबुलेंस और अन्य उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं और पंजाब सरकार के अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी किसानों के संपर्क में हैं। हम यहां किसानों से राज्य सरकार के साथ समन्वय करके मानवीय आधार पर चिकित्सा देखभाल सुविधाओं को स्वीकार करने की अपील करने आए हैं। डीजीपी ने यह भी कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार के साथ चैनल खोले हैं और प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत फिर से शुरू करने को लेकर बातचीत की जा रही है। वहीं गृह मंत्रालय में निदेशक मयंक मिश्रा कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार उनकी मांगों को सुनने आए हैं।