गाजियाबाद। देश में जातिगत जनगणना की मांग को लेकर और प्रजापति समाज सहित तमाम 16 अति पिछड़ी जातियां एससी का दर्जा हासिल करने के लिए सरकार के खिलाफ लामबंद है और हजारों की तादाद में पैदल दिल्ली की तरफ को प्रजापति समाज के लोग कूच कर रहे हैं ताकि सरकार को जगाया जा सके।
एक तरफ सत्ताधारी बीजेपी और सरकार ओबीसी समाज को चुनाव से पहले खुश करना चाहती है और किसी भी तरह राजनीतिक जोखिम नहीं उठाना चाहती जिससे कि अति पिछड़ा वर्ग उससे छिटक जाए लेकिन जातिगत जनगणना और पिछली 16 जातियों को एससी में शामिल करने की मांग बीजेपी को भारी पड़ सकती है इतना ही नहीं दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर डटी हुई है फिर सरकार को बेचैन कर सकती है यह सभी लोग अपनी मांगों को लेकर मेरठ से पैदल चलकर आए हैं जो जंतर मंतर जा रहे हैं।
हजारों की तादाद में नारेबाजी करते और अपनी मांगों को लेकर मुखर होते हुए यह प्रजापति समाज के लोग हैं जो मेरठ से पैदल चले हैं और अपनी घोड़ा गाड़ी और पैदल दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं लेकिन दिल्ली पुलिस ने इन्हें बॉर्डर पर रोक लिया काफी देर हंगामा और नारेबाजी करने के बाद दिल्ली पुलिस ने इन्हें गाड़ियों से दिल्ली जाने की इजाजत दे दी ।
देश में अति पिछड़े वर्ग की 16 जातियां एससी में शामिल होना चाहती हैं और जातिगत जनगणना की पक्षधर है और राजनीतिक आरक्षण हासिल करना चाहती हैं इसको लेकर लंबे समय से मांग चल रही है। संसद से लेकर के विधानसभाओं में यह मुद्दा गरमाया हुआ है आज सड़कों पर हजारों की तादाद में प्रजापति समाज के लोगों ने दिल्ली की तरफ को कूछ किया है दारा सिंह प्रजापति के नेतृत्व में यह सभी लोग दिल्ली के जंतर मंतर पर जा रहे हैं जहां देश की सरकार को ज्ञापन देंगे ।
आपको बता दें कि लंबे समय से इनकी कई मांगे हैं जिनमें इनकी संख्या के हिसाब से आरक्षण की मांग, शिक्षा में आरक्षण ,की मांग और जातिगत जनगणना की मांग अहम है इन्हीं मुद्दों को लेकर के अपने नेताओं के नेतृत्व में यह दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं और वहां पर अपनी मांग रखेंगे सरकार बार-बार आश्वासन देती है लेकिन चुनाव आने पर मुकर जाती है।
आगामी 2024 के चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी पिछड़े और अति पिछड़ों को किसी भी कीमत पर नहीं खोना चाहती लेकिन अपनी राजनीतिक सोच और समझ के साथ-साथ बीजेपी इन्हें इनके इन मांगों को पूरा नहीं करती जिससे यह बार-बार बाहर से जनता पार्टी और सरकार के खिलाफ लगातार नारेबाजी करते हैं अब फिर दिल्ली में हजारों की तादाद में खट्टा हो रहे हैं और अपनी मांगों को लेकर सरकार को आधा कर रहे हैं कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो 2024 में यह उसी राजनीतिक दल के साथ जाएंगे जो इनकी मांगे पूरी करेगा आपको बता दें कि प्रजापति समाज काफी लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ा हुआ है क्योंकि सत्ताधारी दल इन्हें इनकी मांगों को लेकर आश्वासन देता है पूरा करने का वादा करता है लेकिन चुनाव से पहले सब झूठ साबित होता है।