नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लोकतंत्र विरोधी करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की है।
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खरगे ने कांग्रेस के नये मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन करने के बाद बुधवार को ट्वीट कर कहा कि आरएसएस एक विभाजनकारी विचारधारा है जिसका आजादी की लड़ाई में कभी कोई योगदान नहीं रहा।
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उन्होंने कहा,“कई विभाजनकारी ताकतें, जिनका आज़ादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं था, उन्होंने बाद में संविधान, तिरंगा, अशोक चक्र से लेकर समाज की प्रगति के लिए बन रहे कायदे-कानूनों तक का विरोध किया। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- जब राम मंदिर बना, तब देश को आजादी मिली। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगता है कि जब 2014 में वह प्रधानमंत्री बने, तब देश को आजादी मिली।”
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कांग्रेस अध्यक्ष ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा,“यह शर्म की बात है। आरएसएस भाजपा के लोगों को आजादी का दिन इसलिए याद नहीं, क्योंकि उन लोगों ने देश की आजादी में कोई योगदान नहीं दिया। कांग्रेस को आजादी इसलिए याद है, क्योंकि हमारे लोगों ने आजादी के लिए अपनी जान दी, ठोकरें खाईं और घर छोड़े। इसलिए मैं मोहन भागवत जी के बयान की निंदा करता हूँ।”