आगरमालवा। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने आज मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा पर आगरमालवा जिले के ग्राम सालरिया में स्थित विश्व के पहले कामधेनु गौअभ्यारण्य में चल रही एक वर्षीय वेदलक्षणा गौ-आराधना महा-महोत्सव गौ-कथा में कहा कि प्रदेश सरकार गौ सेवा को लेकर प्रतिबद्ध है, प्रदेश में वर्ष 2024 को गौ-संवर्धन वर्ष के रूप में मनाया गया। गौ-माता सम्पूर्ण मानव जाति के लिए पूज्यनीय है, मानव जाति के कल्याण के लिए गौमाता की रक्षा करना होगी, हमें गौ-माता को निराश्रित नहीं रहने देना है तथा हर घर में गौ-माता का पालन कर उसे गोकुल बनाना है।
उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सालय के लिए रीवा क्षेत्र में भूमि आवंटन सरकार द्वारा किया जायेगा। श्रीशुक्ल ने आगे कहा कि गौ माता की जय तभी होगी जब गौ-माता निराश्रित नहीं रहेगी, हर एक व्यक्ति अपने घरों में गौ माता का पालन करे। उप मुख्यमंत्री श्रीशुक्ल ने आगे कहा कि गौ-अभयारण्य में मालवी नस्ल की गायों को इतने अच्छे से पालने पर बहुत अच्छा लगा। सालरिया को मॉडल अभ्यारण बनाने हेतु मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी। अपने प्रवास के दौरान उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने संचालक एवं कथा वाचक से गौ-अभ्यारण्य सभाकक्ष मे अभ्यारण्य की व्यवस्थाओं एवं आवश्यकताओं के बारे मे चर्चा की। इसके पश्चात् गो-शेड में जाकर गौवंशों के लिये की गई व्यवस्थाओं का जायजा लेकर गौ-माताओं का पूजन किया तथा पौष्टिक आहार के रूप में गुड़ खिलाया।