नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र की मतदाता सूची में 72 लाख नए मतदाता जोड़े गए, जिनमें से 118 सीटों पर मतदाता संख्या में वृद्धि हुई, और इनमें से 102 सीटें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीतीं।
चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मतदाता सूची में नए मतदाताओं का जुड़ना सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है और यह जनसंख्या वृद्धि के अनुरूप है। आयोग ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची में 48,81,620 नए मतदाता जोड़े गए और 8,00,391 मतदाताओं के नाम हटाए गए, जिसके परिणामस्वरूप कुल 40,81,229 मतदाताओं का इजाफा हुआ। आयोग ने राहुल गांधी के दावों को “भ्रामक और तथ्यात्मक रूप से गलत” बताया।
मुजफ्फरनगर में चलती बस से गिरकर युवक की दर्दनाक मौत, परिवार में मचा कोहराम
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से मतदाता सूची और पते की जानकारी साझा करने की मांग की है, ताकि चुनावी पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा, “हमने मांग की है कि चुनावी पारदर्शिता के लिए राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में मतदान करने वालों के नाम और पते साझा किए जाने चाहिए।”
मुजफ्फरनगर में तेज रफ्तार डीसीएम की टक्कर से बाइक सवार की मौत, परिवार में मचा कोहराम
चुनाव आयोग ने इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि मतदान करने वाले मतदाताओं के नाम और पते साझा करना जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 94 का उल्लंघन होगा, जिसमें मतदान की गोपनीयता का प्रावधान है।
राहुल गांधी ने संकेत दिया है कि यदि आवश्यक हुआ तो वे न्यायिक प्रणाली का सहारा लेकर चुनाव परिणामों को चुनौती दे सकते हैं।