मेरठ। मेरठ में हरियाणा के रोहतक जिले की स्वास्थ्य विभाग टीम ने गढ़ रोड पर जागृति विहार सेक्टर पांच में ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर पर छापा मारा। इस दौरान पुलिस और मेरठ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी साथ रही। यहां से सेंटर संचालिका डॉ. छवि बंसल और तीन दलालों नंगलाताशी निवासी अनिल, नगर कोतवाली क्षेत्र निवासी पवन और गोविंदपुरी निवासी हेमंदर को गिरफ्तार किया है। इन पर भ्रूण लिंग जांच कराने का आरोप है।
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गर्भाधान पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) टीम के नोडल अधिकारी डॉ. महेश चंद्रा ने बताया कि रोहतक की टीम को सूचना मिली थी कि जागृति विहार सेक्टर पांच स्थित ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर में भ्रूण लिंग परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट अनिल कुमार, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के साथ छापा मारा। गभर्वती महिला रोहतक स्वास्थ्य विभाग के पहले से संपर्क में थी। महिला का तीन दलालों के जरिये 30 हजार रुपये में भ्रूण लिंग परीक्षण कराना तय हुआ था।
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एक हजार रुपये (500 के दो नोट) अल्ट्रासाउंड सेंटर के रिसेप्शन पर रजिस्ट्रेशन के लिए दिए गए थे, जिनमें से 300 रुपये वापस होने थे। इसी दौरान टीम ने छापा मारकर रंगे हाथ पकड़ लिया। दोनों नोटों की सीरीज भी मैच हो गई। रोहतक की टीम ने दावा किया कि 6 बार रेकी करने पर अब 7वीं बार पुष्टि होने पर छापा मारा है। अल्ट्रासाउंड होने पर गर्भवती महिला का फॉर्म (एफ) नहीं भरा था, जो भरना अनिवार्य है।
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डॉक्टर ने खुद को दिल की मरीज बताकर थाने जाने से किया इंकार कर दिया। टीम की सख्ती के बाद साथ में मौजूद महिला कांस्टेबल ने सेंटर से बाहर निकाला और मेरठ एसीएमओ की सरकारी बोलेरो में बैठाकर थाना मेडिकल ले गई। मेडिकल थाने में कुछ अधिवक्ता और आईएमए के पदाधिकारी उन्हें छुड़ाने पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सेंटर में आने वाले मरीजों का डाटा मांगा, लेकिन वह उपलब्ध नहीं कराया गया। सेंटर संचालिका और अन्य स्टाफ एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे।