Tuesday, February 25, 2025

पुलिस वालों ने ही रची थी IPS कल्पना सक्सेना की हत्या की साज़िश, 3 पुलिस कर्मियों समेत 4 को दस साल की सजा

बरेली – गाजियाबाद में तैनात अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एडीसीपी) कल्पना सक्सेना (तत्कालीन एसपी ट्रैफिक बरेली) को कार से कुचलकर मारने के प्रयास में सोमवार को अपर जिला व सत्र न्यायाधीश/ विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण) सुरेश कुमार गुप्ता ने ट्रैफिक पुलिस के तीन सिपाहियों और एक ऑटो चालक को दस–दस साल सजा व 50 – 50 हजार रूपये का जुर्माना लगाया है।

सीएम योगी बोले- उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था देश और दुनिया में बनी नजीर
सहायक अभियोजन अधिकारी विप्रणा गौड़ ने बताया कि दो सितंबर 2010 की रात बरेली की सड़कों पर कानून के रखवाले ही कानून तोड़ रहे थे। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की एक टोली ट्रक चालकों से अवैध वसूली कर रही थी। जैसे ही एसपी ट्रैफिक कल्पना सक्सेना को इसकी भनक लगी तो वह मौके पर पहुंचीं। कल्पना सक्सेना ने जब उनका पीछा किया और सिपाही मनोज को पकड़ लिया ,इस बीच आरोपितयों ने उन पर हमला बोल दिया और कुचलने की कोशिश की।

मेरठ में ऊर्जा राज्यमंत्री के भतीजे ने की मारपीट,गुस्साए लोगों ने कर दी उसकी पिटाई

2010 में वे बरेली में एसपी यातायात (SP Traffic) के पद पर तैनात थीं, यहां पर उन्हें पता चला कि उनके कुछ सिपाही ट्रक वालों से अवैध वसूली करते हैं। 2 सितंबर 2010 को जब वह बरेली के कैंट थाना क्षेत्र में, बरेली-शाहजहांपुर रोड के पास मजार के पास, ऐसे पुलिसकर्मियों को पकड़ने पहुंचीं, तो वहां सिपाही रवींद्र, रावेंद्र, मनोज और एक अन्य धर्मेंद्र ने उन्हें कार से कुचलकर मारने की कोशिश की, उन्हें 200 मीटर तक घसीटा भी गया, उनके सिर पर वार भी किया गया

सीएम योगी बोले- उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था देश और दुनिया में बनी नजीर

और यहां तक कहा गया कि ‘आज तेरा आखिरी दिन है.’ जब वे एसपी कल्पना सक्सेना को नहीं मार सके तो उन्हें धक्का देकर भाग गए, इस घटना ने देश भर के प्रशासनिक अमले को हिला कर रख दिया था।  घायल अवस्था में उन्हें आनन फानन में गंगाचरण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कैंट थाने में आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत हुई और तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

विकास बहादुर चौधरी मुज़फ्फरनगर में जीएसटी के नए डिप्टी कमिश्नर बने, कई और अफसर बदले

मामले में विशेष लोक अभियोजक मनोज बाजपेई ने अदालत में 14 गवाहों और 22 ठोस सबूतों को पेश किया।
अपर जिला व सत्र न्यायाधीश/ विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण) सुरेश कुमार गुप्ता ने ट्रैफिक पुलिस सिपाही मनोज कुमार, रावेन्द्र सिंह, रविन्द्र सिंह व ऑटो चालक धर्मेन्द्र को धारा 307 के तहत प्रत्येक को 10-10 वर्ष (दस-दस वर्ष) सश्रम कारावास, प्रत्येक को 50,000- 50,000/- रूपये (रूपया पचास-पचास हजार) अर्थदण्ड का जुर्माना लगाया है।

महाकुम्भ पहुंची कैटरीन कैफ, स्वामी चिदानंद सरस्वती से लिया आशीर्वाद, संगम में लगाईं डुबकी

कल्पना सक्सेना पीपीएस सेवा की अधिकारी है जिन्हे बाद में आईपीएस में पदोन्नत कर दिया गया था।  वर्तमान में वे गाज़ियाबाद में अपर पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात हैं। पूर्व में वे मुज़फ्फरनगर, मेरठ आदि ज़िलों में नौकरी कर चुकी है।  21 अप्रैल 1968 को जन्मीं कल्पना सक्सेना ने जियोग्राफी से एमए तक की पढ़ाई की है, इसके बाद उन्होंने यूपीपीएससी पीसीएस परीक्षा (UPPSC PCS Exam) पास की और उनका चयन 1994 में पीपीएस अधिकारी के रूप में हुआ, 16 जनवरी 1994 को उनकी नियुक्ति हुई थी.  कल्पना सक्सेना का प्रमोशन वर्ष 2010 में आईपीएस के पद पर हो गया था।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,854FansLike
5,486FollowersFollow
143,143SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय