लखनऊ। बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस प्रदेश में पहले माफिया दौड़ाता था, पुलिस भागती थी। माफिया को पुलिस सैल्यूट करती थी लेकिन अब कानून-व्यवस्था के मामले में प्रदेश ने अपना परसेप्शन बदला है। आज देश और दुनिया के लोग प्रदेशवासियों को बहुत सम्मान की दृष्टि से देखते हैं। सीएम योगी ने कहा कि जिस प्रदेश में कभी कोई व्यवसायी निवेश के लिए नहीं आता था, आज वह प्रदेश देश के सबसे बड़ा निवेश क्षेत्र बनकर उभरा है।
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एनसीआरबी की रिपोर्ट के हवाले से मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि डकैती के मामले में 2016 की तुलना में 2024 में 84.41 प्रतिशत की कमी आई है। 2016 में 263 डकैती के मामले सामने आए थे, जो 2022 में घटकर 50 हो गए। लूट के मामले में 77.43 प्रतिशत की कमी आई है। हत्या के मामले में 41.01 प्रतिशत की कमी आई है। बलवा में
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66.40 प्रतिशत की कमी आई है। गृहभेदन में 5.12 प्रतिशत की कमी आई है। फिरौती के लिए अपहरण में 54.72 प्रतिशत की कमी आई है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूर्व की सरकारों द्वारा शुरू की गई प्रवृत्ति समाप्त हो गई है। 08 वर्षों में जो सुरक्षा का वातावरण पैदा हुआ है, उसके लिए सरकार के सतत प्रयासों का ही परिणाम है। वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया का कालखंड अब अतीत की बात हो चली है।
विधान सभा में नेता सदन योगी ने कहा कि पुलिस को रिफार्म करने के बाद सरकार ने ये सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि सुविधाओं में बढ़ाेत्तरी करके उनकी ट्रेनिंग को बेहतर बनाया। सुशासन के लिए कार्यपद्धति में सुधार, तकनीक का उपयोग, पारदर्शिता, जनसंवाद, पुलिस आधुनिकीकरण, पुलिस सुधार, सतत मॉनीटरिंग जैसे प्रयास किये गए। योगी ने कहा कि ये वही प्रदेश था जहां पहले अपराधी दौड़ता था पुलिस भागती थी। माफिया के सामने सारे प्रोटोकॉल फेल हो
जाते थे। जो पुलिस पहले माफिया को सैल्यूट करती थी, एक माफिया ने हाईकोर्ट के जज का काफिला रोक दिया था। जिस माफिया के लिए 10-10 जजों ने कोर्ट में सुनवाई से मना कर दिया था। वही माफिया जब इस सरकार में पुलिस के सामने आया तो उसकी पैंट गीली हो गई। योगी ने कहा कि शासन धमक से चलता है और वही धमक आज प्रदेश के अंदर माफियाओं को दिखाई दे रही है।