लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित निर्वाण राजकीय बालगृह के 2 बच्चों की लोकबंधु अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। आश्रय केंद्र के बच्चों की कथित तौर पर खाना खाने के बाद तबीयत बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कुल 25 बच्चों को लोकबंधु अस्पताल लाया गया था। जिनमें से 2 की जान चली गई।
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लोकबंधु अस्पताल के मेडिकेयर एवं मेडिकेड सेवा केंद्र के सीएमएस राजीव दीक्षित ने बताया कि बीमार बच्चे अभी भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए लखनऊ के जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दे दिए हैं। सीएमएस ने कहा, “यह कहना मुश्किल है कि यह सिर्फ फूड पॉइजनिंग की वजह से हुआ। ये बच्चे मानसिक रूप से कमजोर हैं और अपना ध्यान खुद नहीं रख सकते। इनके लिए केयरटेकर होते हैं। जब बच्चे आए, तो कई में खून और पानी की कमी पाई गई। हमने सभी जांच कराईं और इलाज शुरू किया।
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कुल 25 बच्चे आए थे, जिनमें से कुछ ठीक हो गए हैं।” उन्होंने बताया कि मरने वाली 16 साल की बच्ची रेणु को पहले से डायबिटीज थी और वह गंभीर हालत में आई थी। उसकी मौत डायबिटीज संबंधी जटिलताओं से हुई। बाकी बच्चे धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं और उनको रिपोर्ट्स के आधार पर छुट्टी दी जा रही है। लखनऊ के चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) एनबी सिंह ने कहा, “हॉस्टल से उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद 25 बच्चे हमारे पास लाए गए। इनमें से कुछ ठीक होकर वापस जा चुके हैं। आज सात बच्चों की छुट्टी हो सकती है।
दो बच्चों की मौत हुई, उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही साफ होगा कि मौत की असल वजह क्या थी। बच्चों की हालत कैसे बिगड़ी, यह जांच का विषय है। जांच के बाद कार्रवाई होगी।” घटना को लेकर परिवार वालों और स्थानीय लोगों में गुस्सा है। जिलाधिकारी ने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मामले की जांच में जुट गई हैं। बता दें, रविवार (23 मार्च) को रात में खाना खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी थी। 23 मार्च से 26 मार्च के बीच बाल गृह से बच्चों को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। इन्हीं में से 2 बच्चियों की उपचार के दौरान मौत हो गई।