मेरठ। मेरठ के जागृति विहार एक्सटेंशन में चल रही बागेश्वर धाम महाराज आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा से पहले दरबार लगा। जिसमें लोगों की समस्या का सामधान आचार्य के द्वारा किया गया। डी के पास बैठे अतुल, टीन के पास खड़े सुनील, तीसरे पंडाल में बैठे अरविंद सिंह बुराड़ी से आए हैं। पांचवें पंडाल में रेखा जो प्रसाद घर से बनाकर लेकर आई हैं वह हमारे पास आ जाएं। यह शब्द आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दिव्य दरबार की शुरुआत में कहे। हर कोई अपनी स्थान से खड़े होकर उनके पास पहुंच गया। यह दृश्य देख पंडाल में मौजूद लाखों लोग अचंभित से नजर आए।
आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने अतुल गर्ग से कहा कि दरबार में पहली बार आए हो। किसी पर भरोसा नहीं है। लाखों की भीड़ के बीच इस बात को सुनकर अतुल भावुक हो गया। पेट में पीड़ा है। बच्चे के साथ भी समस्या है। भगवती देवी की उपासना कर और नव चंडी का पाठ कर सब समाधान हो जाएगा। बच्चे को लेकर धाम पर आना उससे भी बात करेंगे। एक के बाद एक लोगों की समाधान करते हुए उन्होंने सुनील नामक व्यक्ति को बुलाया। वह मेरठ का ही रहने वाला था। व्यापार में लगातार हानि और लगभग 3 लाख का कर्ज है। यह सब उन्होंने उसके बोलने से पहले ही पर्चे पर लिख दिया। पत्नी को गठिया है।
आचार्य श्री ने कहा कि सब इंफेक्शन ठीक हो जाएगा। बुलंदशहर से व्यक्ति ने बेटी के विषय में समस्या बताई। आचार्य श्री ने कहा कि तंत्रमंत्र से संबंधित है। हनुमान जी का स्मरण करते रहो जल्द ही समाधान हो जाएगा। एक महिला ने बताया कि बेटे अभिषेक को ऑनलाइन ट्रेडिंग में लाखों का नुकसान हो गया है। उन्होंने कहा 2026 तक सभी कार्य पूर्ण होने लगेंगे। मयूर विहार दिल्ली से आई देवी ने समस्या बताई तो उन्होंने कहा अभी प्रेतराज सरकार के दरबार में समस्या का समाधान हो जाएगा। इस बीच हाथ में ध्वज लेकर आए युवक की भी प्रेमविवाह की बात को महाराज ने सुना और अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए कहते हुए आशीर्वाद दिया। इस बीच युवती ने परिवार से चोरी छिपे शादी करने की भी बात बताई। अर्जुन नाम के युवक से शादी के लिए आशीर्वाद दिया।
दरबार लगते ही संपूर्ण एंट्री हुई बंद
दिव्य दरबार के दौरान अत्यधिक भीड़ के चलते दरबार शुरू होने से एक घंटे पूर्व ही संपूर्ण एंट्री को बंद कर दिया गया। ऐसे में पंडाल के बाहर धूप में खड़े होकर लोग दरबार में अपने मौके इंतजार करते रहे। दिव्य दरबार में आचार्य ने पंडाल में दूर खड़े लोगों को भी शंका समाधान के लिए व्यास पीठ के पास नाम उच्चारण कर बुलाया।