मुज़फ्फरनगर। वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ जुमे की नमाज़ के दौरान काली पट्टी बांधकर विरोध जताने वालों पर पुलिस और प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। शांति भंग की आशंका के चलते जिला प्रशासन ने 300 से अधिक लोगों को नोटिस जारी कर उन्हें मुचलके पर पाबंद किया है।
शाहनवाज राणा से जेल में मोबाइल मिलने की जांच शुरू, दोषी जेल कर्मियों पर होगी जल्द कार्यवाही
सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि जुमे और ईद की नमाज के दौरान मस्जिदों में काली पट्टी बांधकर वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध किया गया। नोटिस में आशंका जताई गई है कि यह विरोध प्रदर्शन आमजन को भड़का सकता है और इससे शांति व्यवस्था भंग हो सकती है।
सिटी मजिस्ट्रेट ने संबंधित व्यक्तियों को 16 अप्रैल 2025 को सुबह 10 बजे न्यायालय में उपस्थित होकर यह स्पष्ट करने का निर्देश दिया है कि क्यों न उन्हें एक वर्ष तक शांति बनाए रखने के लिए 2 लाख रुपये के बंधपत्र तथा दो प्रतिभूतियाँ दाखिल करने का आदेश दिया जाए।
प्रदर्शन करने वालों का कहना है कि उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध किया और किसी को उकसाने या भड़काने का प्रयास नहीं किया। उनका कहना है कि यह प्रदर्शन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील पर मस्जिद के अंदर शांतिपूर्ण ढंग से किया गया, जिसमें सिर्फ काली पट्टी बांधकर विरोध जताया गया।
युद्धवीर सिंह के खिलाफ एसएसपी से मिला वैश्य समाज का प्रतिनिधिमंडल, कार्यवाही की मांग
इस मामले में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया, “जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से ऐसे 300 से अधिक लोगों को चिन्हित किया गया है, जिन्होंने संभावित रूप से कानून-व्यवस्था को प्रभावित कर सकते थे। बीएनएस की धारा 126-135 के तहत इन्हें नोटिस जारी कर मुचलके पर पाबंद किया गया है।”
गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह से जिले की मस्जिदों और मदरसों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ विरोध जताते हुए हाथ पर काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की थी।