शामली। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर यातायात विभाग और पुलिस प्रशासन द्वारा अवैध ई-रिक्शा और ऑटो के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के विरोध में सोमवार को शामली में सैकड़ों ई-रिक्शा चालक सड़कों पर उतर आए। ई-रिक्शा यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन सिंह के नेतृत्व में चालकों ने एम.एस.के. रोड से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए ई-रिक्शा को नियमित कराने के लिए एक माह की समयावधि देने की मांग की।
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मार्च के दौरान ई-रिक्शा चालकों ने प्रशासनिक कार्रवाई को जल्दबाज़ी में उठाया गया कदम बताते हुए कहा कि उन्हें अपने वाहनों के दस्तावेज़, लाइसेंस और परमिट आदि को वैध कराने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया है। इस स्थिति में जिले के हज़ारों ई-रिक्शा चालकों के सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
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राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन सिंह ने कहा, “हम सरकार के नियमों और आदेशों का पूरी तरह से पालन करने को तैयार हैं, लेकिन इसके लिए कम से कम एक महीने की मोहलत दी जानी चाहिए। यदि प्रशासन द्वारा हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो यूनियन को बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि ई-रिक्शा चालक मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। ऐसे में प्रशासन द्वारा अचानक की जा रही कार्यवाही ने उन्हें आर्थिक रूप से असहाय बना दिया है।
इस पैदल मार्च में शहर और आसपास के क्षेत्रों से आए सैकड़ों ई-रिक्शा चालक शामिल हुए। उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगों को रखते हुए प्रशासन से समय देने की अपील की ताकि वे अपने वाहनों को वैध कराकर नियमों के अनुरूप संचालन कर सकें।