मुजफ्फरनगर। सिसौली कस्बे में स्थित हरे कृष्ण मंदिर को लेकर दो कमेटियों के बीच चल रहा विवाद अब गहराता जा रहा है। मंदिर की इन दो कमेटियों के बीच आपसी टकराव ने स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया। विवाद तब ज्यादा बढ़ गया जब एक कमेटी ने मंदिर में तोड़फोड़ शुरू कर दी और वहां बने निर्माण को ध्वस्त करने लगी। मामला सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुआ तो पुलिस प्रशासन हरकत में आया।
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मामले की शुरुआत तब हुई जब हरे कृष्ण मंदिर की प्रबंधन कमेटी के दो गुट आमने-सामने आ गए। एक पक्ष का दावा है कि उनकी कमेटी 1999 से मंदिर का संचालन कर रही है और उनके पास इसके वैध दस्तावेज हैं। वहीं, दूसरा पक्ष बिना किसी प्रमाण के मंदिर पर कब्जा करने और निर्माण तोड़ने की कोशिश कर रहा है। पहले पक्ष का आरोप है कि दूसरी कमेटी ने सत्संग के लिए बुलाए गए दो बाहरी व्यक्तियों के साथ मिलकर मंदिर पर अवैध कब्जा करने की साजिश रची। दूसरे पक्ष ने मंदिर में तोड़फोड़ शुरू कर दी, जिससे मंदिर में बने निर्माण को नुकसान पहुंचा।
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इस घटना की खबर सोशल मीडिया पर फैलने के बाद स्थानीय पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर बातचीत की कोशिश की, लेकिन आपसी सहमति न बनने के कारण कोई समाधान नहीं निकला। इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ धारा 7/16 के तहत कार्रवाई की और मंदिर में चल रहे तोड़फोड़ के कार्य को तत्काल प्रभाव से रोक दिया।
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मंदिर की पहली कमेटी का कहना है कि उनकी कमेटी 26 वर्षों से मंदिर का संचालन कर रही है और उनके पास सभी वैध दस्तावेज मौजूद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरी कमेटी के पास कोई साक्ष्य नहीं है, फिर भी वह मंदिर पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है। कमेटी ने बताया कि सत्संग के लिए बुलाए गए दो बाहरी व्यक्तियों ने इस विवाद को और भड़काया और मंदिर पर अवैध कब्जे की कोशिश की।