मुज़फ्फरनगर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में मुस्लिम समाज के लोगों ने होल्कर अहिल्याबाई चौक पर पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। शमशाद मीर के नेतृत्व में लोगों ने पाकिस्तान का पुतला फूंका और जूते-चप्पलों से पीटते हुए नारेबाजी की।
पहलगाम आतंकवादी हमले के संदिग्धों के स्केच जारी, 20 लाख रुपये का इनाम घोषित
प्रदर्शनकारियों ने “पाकिस्तान मुर्दाबाद”, “आतंकवाद मुर्दाबाद” और “पाकिस्तान कुत्ता है” जैसे नारे लगाते हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने पाकिस्तान को इस हमले के लिए ज़िम्मेदार ठहराते हुए भारत सरकार से कड़ी सैन्य कार्रवाई की मांग की।
मुजफ्फरनगर में कूकड़ा के युवक को गोली मारी, गौकशी की शिकायत का था शक
शमशाद मीर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “जो लोग भारत की एकता और अखंडता को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें भारत का मुसलमान करारा जवाब देगा। हम पाकिस्तान की नापाक हरकतों की निंदा करते हैं। आतंकवाद का न तो इस्लाम से कोई लेना-देना है और न ही किसी मजहब से। जो निर्दोष लोगों की जान लेते हैं, वे न तो किसी देश के नागरिक कहलाने लायक हैं और न ही किसी धर्म के।”
नगर पंचायत अध्यक्ष के बेटे ने पत्नी को मारी गोली, दूसरे व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा था
उन्होंने आगे कहा कि हम भारत के सच्चे नागरिक हैं। हमारा न पाकिस्तान से कोई रिश्ता था, न है और न होगा। हम तिरंगे से मोहब्बत करते हैं, और भारत की अखंडता के लिए हमेशा खड़े रहेंगे। हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया जाए, जैसा पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक के जरिए किया गया था।”
इस मौके पर सदरे आलम ने कहा कि हमने आतंकवाद का पुतला जलाकर यह संदेश दिया है कि हम पहलगाम में मारे गए निर्दोष नागरिकों के साथ हैं। सरकार को चाहिए कि वह आतंकवाद के खिलाफ कठोर से कठोर कदम उठाए, चाहे वह किसी भी धर्म या देश से जुड़ा हो।”