Wednesday, April 30, 2025

कैसे लड़के पसंद करती हैं लड़कियां ?

आदिकाल से ही युवक युवतियां एक दूसरे को आकर्षित करते रहे हैं और एक दूसरे से आकर्षित होते रहे
हैं। वैसे दोनों में भावनाएं एक जैसी ही हैं किंतु शर्म के कारण लड़कियां उन्हें खुलकर जाहिर नहीं होने
देती। उनकी यह प्रकृति सजने संवरने में, पोशाकों में, या बातचीत के लहजे में झलकती है जबकि लड़के
अपनी भावनाओं का इजहार स्पष्ट रूप से खुलकर अपने हावभावों, हरकतों, पोशाकों, बातों, आदि से
करते हैं।
जहां तक शक्ल सूरत की बात है, उसे तो बदला नहीं जा सकता, हां आकर्षक जरूर बनाया जा सकता है।
स्वयं को आकर्षक दिखाने के लिए वे अक्सर बड़ी ऊल जलूल या अजीबोगरीब हरकतें करते हैं यह जाने
बिना कि क्या वाकई इन हरकतों से लड़कियां प्रभावित होती हैं और यदि होती भी हैं तो क्या वह

क्षणिक मनबहलाव है या उसे चाहत का रंग भी दिया जा सकता है।
कई बार ऐसा होता है कि लड़कियों की पसंद या इच्छा से बेखबर युवक संबंधों के प्रति गंभीर होते हुए भी
दोस्तों के बहकावे में आकर उसे आकर्षित करने के लिए ऐसी हरकतें कर बैठते हैं जिनका नतीजा उल्टा
ही होता है। हां, ऐसी हरकतों से लड़की उसे जानने पहचानने लगेगी। हो सकता है कि वह क्षण भर के
लिए उसका ध्यान अपनी ओर खींचने में सफल हो जाये। यह भी हो सकता है कि उनमें अभिवादन का
आदान-प्रदान भी होने लगे किन्तु इन संबंधों में गंभीरता, स्वार्थ, स्थायित्व तथा प्रेम की सच्चाई नहीं
आ पाती। कई बार ऐसे लड़के मजाक का केंद्र बन जाते हैं।
ये लड़के कोई विशेष समूह बनाकर नहीं मिलते बल्कि हर जगह हमेशा दिखाई पड़ जाते हैं। अक्सर
लड़कियों को अपनी जिंदगी में कुछ समय मनचले, मस्त,मनमौजी लड़कों का शिकार बनना पड़ता है।
कभी आप इन्हें देखकर हंस पड़ती हैं तो कभी व्यंग्य कस देती हैं, कभी बेचारे की संज्ञा दे देती हैं तो
कभी फिकरा कह देती हैं।
उत्तेजक जुमले और आड़ी तिरछी तस्वीरों वाली टीशर्ट, खुली छाती, गले में स्कार्फ, गठे हुए शरीर पर कसी
जींस, सूखे लंबे बिखरे बाल, चश्मा, गले में सोने की जंजीर, कलाई में मोटा कड़ा, बातों में टूटे फूटे
अंग्रेजी शब्दों के प्रयोग करने वाले लड़के किसी को आकर्षित कर सकें या नहीं किन्तु अन्य लोगों से
भिन्न जरूर दिखते हैं। बस इतने से ही इनकी काफी हौंसला अफजाई हो जाती है। मध्यवर्गीय लड़कियां
तो इनसे दूरी बनाये रखती ही हैं, अत्याधुनिक लड़कियां भी इनके साथ ठंडा या गरम पेय पीने या हाय
हैलो, करने से अधिक संबंध नहीं रखतीं। ये संबंध वस्तुतः भावनात्मक और स्थायी नहीं बल्कि अस्थाई
और दिखावटी होते हैं।
लड़कियों को लड़के की बाहरी चमक दमक की जगह उसका पुरूषत्व प्रभावित करता है। पीले दांत, गंधाता
मुंह, पान से रंगे हांेठ, खूंटी जैसी दाढ़ी, सांस मंे बदबू, पसीने से तर कमीज, महीनों से बेधुली जींस
तथा बिना पालिश के जूते पहने लड़कों से लड़कियां कतराती हैं, साथ ही लड़कियों की तरह इत्रा लगाए
भड़कीले रंगों के कपड़े पहने या हो-होकर हंसते लड़के भी उनकी पसंद पर खरे नहीं उतरते। वे उनके
साथ मस्ती के लिए थोड़ा घूम फिर लेती हैं मगर उनके प्रति गंभीर नहीं होतीं।
कुछ लड़के लड़कियों को प्रभावित करने के लिए बात बात पर आपस में गरमजोशी से हाथ मिलाने लगते
हैं। कुछ को आंख दबाने की भी आदत होती है। कुछ रोमांटिक गाने गाकर लड़कियों को आकर्षित करते
हैं। कुछ लड़के अपना महत्त्व जताने के लिए पार्टी या सभा में लड़कियों को मजाक या मुद्दा बनाकर
हंसते हैं या उनके सामने ही उन पर चुटकुले सुनाते हैं या साथ बैठी लड़कियों को नहीं सुनने का
अनुरोध कर वहीं अश्लील चुटकुले सुनाते हैं तो लुभाने के चक्कर में पिटने की नौबत भी आ जाती है।
आमतौर पर पढ़ाई में होशियार, दिखने में साधारण किंतु प्रभावशाली, न अधिक गंभीर, न ही जोकरनुमा, न
एकदम आधुनिक न पोंगा पंडित, सुरक्षा का एहसास दिखाने वाले तथा सौम्य और अच्छी आर्थिक
स्थिति वाले लड़कों से ही लड़कियां अधिक प्रभावित होती हैं। उन्हें चाहने वालियों की संख्या बहुत होती
है। भीड़ से अलग वे अपनी हरकतों के कारण नहीं बल्कि व्यक्तित्व के किसी गुण के कारण लड़कियों
को आकर्षित करते हैं। ऐसे लड़कों से स्वयं ही बातचीत करने में लड़कियां खुश होती हैं।
लड़कियां कैसे लड़के पसंद करती हैं।
-चमक दमक रहित, पुरूषत्व प्रधान,

-कर्मठ, सौम्य, सदाचारी, निर्व्यसनी
-स्वस्थ, सामान्य और गुणवान
-आकर्षक व्यक्तित्व के धनी
-पढ़ने में होशियार
लड़कियां कैसे लड़कों को पसंद नहीं करतीं
– बोदे, गंदे और असंगत वस्त्राधारी
– चटकीले भड़कीले अव्यवस्थित वस्त्राधारी।
– हर समय आसपास मंडराते रहने वाले।
– बेढंगी हरकतें करने वाले।
– मिथ्या भाषी, लापरवाह और व्यसनी।
कानून की निगाह में मनचलों की हरकतें
सामान्यतः लड़के लड़कियों को अपनी ओर आकर्षित करने या सिर्फ लुभाने या परेशान करने के लिए
ऊलजलूल हरकतें करते हैं किंतु कानून की भाषा में उनकी यह छेड़छाड़ अपराध है जिसके लिए उन्हें
दंडित किया जा सकता है।
भारतीय दंड संहिता 1960 की धारा 354 एवं 509 के अनुसार लड़कियों (महिलाओं) को देखकर अश्लील
शब्दों का प्रयोग, कोई अभद्र ध्वनि जिससे लड़कियों के सम्मान को ठेस पहुंचे, किसी लड़की की
व्यक्तिगत स्वतंत्राता में हस्तक्षेप करना एक दण्डनीय अपराध है। ऐसे अपराधों में अपराधी को दो वर्ष
तक का कारावास या जुर्माना अथवा कारावास और जुर्माना दोनांे ही हो सकते हैं। (उर्वशी)

  • कु. एम. कृष्णाराव ’राज‘
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