मुज़फ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक सिंह ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए नई मंडी थाना क्षेत्र के जेल चौकी प्रभारी तपन जयंत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
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मुजफ्फरनगर के पूर्व विधायक शाहनवाज राणा पांच दिसंबर से कारागार में बंद है। जीएसटी की डिप्टी डायरेक्टर श्रेया गुप्ता ने एक टीम के साथ वहलना चौक स्थित राणा स्टील पर छापा मारा था, वहां शाहनवाज राणा की श्रेया गुप्ता से तीखी बहस हुई थी, इस मामले में उसी दिन शाहनवाज राणा को गिरफ्तार कर लिया गया था।
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इसी बीच जेलर राजेश सिंह ने शाहनवाज की बैरक से एक मोबाइल बरामद किया तो दोनों में तीखी झड़प हो गई थी, इसके बाद जेलर राजेश सिंह ने शाहनवाज राणा के खिलाफ थाना नई मंडी में जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज करा दिया था, जिसके बाद शाहनवाज राणा को मुजफ्फरनगर की जेल से चित्रकूट की जेल स्थानांतरित कर दिया गया था, शाहनवाज राणा वर्तमान में चित्रकूट की जेल में ही बंद है। जेल में शाहनवाज राणा से बरामद मोबाइल का सिम उनके समधी बिजनौर से बसपा के पूर्व विधायक मौहम्मद गाजी के जरिए उन तक पहुंचना बताया गया था।
दरअसल इसी मामले की धीमी गति से की जा रही विवेचना से एसएसपी नाराज हो गए। मोबाइल में प्रयुक्त किए जा रहे सिम के बारे में जानकारी जुटाने में तपन जयंत ने काफी समय लगा दिया । मोबाइल में प्रयुक्त किए गए सिम से कितने लोगों से कब और किसके द्वारा बात की गई, इस बारे में जानकारी जुटाने में भी उन्होंने शिथिलता बरती । अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पडा जब विवेचना में जानकारी एकत्र हो सकी। जिसके बाद पुलिस ने गाजी को पूछताछ के लिए बुलाया और हिरासत में ले लिया और जेल भेज दिया था, वे भी अभी जेल में है।
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एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि विवेचक ने विवेचना में लापरवाही बरती थी जिस कारण विवेचक को निलंबित कर दिया गया। अब विवेचना नई मंडी कोतवाली प्रभारी को सौंपी गई है। मुकदमा दर्ज होने के 36 दिन बाद विवेचक तपन जयंत को इस मामले में लापरवाही बरतना मानते हुए निलंबित कर दिया गया।