मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में चर्चित उद्योगपति विशु तायल द्वारा ट्रक ड्राइवर को पीटने और धमकाने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। जहां एक दिन पहले भारतीय अति पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन प्रजापति ने मीडिया में विशु तायल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी, वहीं अब उनके द्वारा ही ड्राइवर पर समझौते का दबाव डालने का मामला सामने आया है।
पूरा मामला तब तूल पकड़ गया जब ट्रक ड्राइवर मनोज ने नई मंडी थाने में पहुंचकर मीडिया के सामने खुलासा किया कि उसे विशु तायल, हर्ष गुप्ता और गोपाल नामक व्यक्तियों द्वारा बार-बार कॉल कर समझौते के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसी दौरान उसने यह भी बताया कि मोहन प्रजापति नामक व्यक्ति भी उसे फोन कर दबाव बना रहे हैं, जो उसी मामले में एक दिन पहले विशु तायल के खिलाफ सख्त बयान दे चुके थे। मनोज गुरुवार को नयी मंडी थाने आया था जहाँ उसने पुलिस के समक्ष अपने बयान कलमबद्ध कराये जिसमे विशु के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों की पुष्टि की है।
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आपको याद ही होगा कि पिछड़ा वर्ग मोर्चा के नेता मोहन प्रजापति ने एक दिन पहले आरोप लगाया था कि पिछड़े वर्ग के ट्रक ड्राइवर को तालिबानी शैली में अपमानित कर पीटा गया है , उन्होंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने यह भी सवाल उठाया था कि विशु तायल जैसे बाहुबली आखिर किसके संरक्षण में पल रहे हैं ? और उनके पीछे कौन से राजनीतिक चेहरे हैं। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि विशु तायल पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो पिछड़ा वर्ग एक बड़ा आंदोलन छेड़ेगा। देखें मोहन प्रजापति का पूरा बयान-
मुजफ्फरनगर में विशु तायल जैसे बाहुबली आखिर किसके संरक्षण में पल रहे हैं? – मोहन प्रजापति का सवाल
गुरूवार को प्रजापति का दूसरा चेहरा तब सामने आया जब ड्राइवर मनोज ने साफ कहा कि उसे समझौते के लिए फोन किया जा रहा है, जिनमें मोहन प्रजापति का नाम भी शामिल है। इससे यह सवाल उठने लगे हैं कि कहीं नेता कैमरों के सामने कुछ और, और पर्दे के पीछे कुछ और तो नहीं कर रहे ?, सुने ड्राइवर मनोज का बयान-
इसी बीच विशु तायल की एक AK-47 के साथ फोटो भी वायरल हो गई है, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। मुज़फ्फरनगर की पुलिस कोई आम आदमी अपने लाइसेंस वाले हथियार के साथ भी सोशल मीडिया पर अपनी फोटो पोस्ट कर दे तो बहुत तेज़ी से उसके
खिलाफ मुकदमा दर्ज कर देती है लेकिन विशु तायल द्वारा AK 47 के साथ फोटो पोस्ट करने के बाद भी पुलिस कोई कार्यवाही करने में कोई सक्रियता दिखाती नज़र नहीं आ रही है।
थाना प्रभारी दिनेश चंद बघेल के अनुसार पुराने वीडियो के मामले में चालक मनोज निवासी कानपुर देहात से मेल पर तहरीर मंगा ली गयी थी। दूसरे वीडियो में पीड़ित की पहचान कराई जा रही है।
विशु तायल जिन लोगो को फोन कर रहा है, उन्हें यह भी कह रहा है कि मुझे ‘एसपी साहब’ फोन करके बुला रहे है कि तुम आ जाओ, हम सब मामला निपटा देंगे, लोगों में यह भी सवाल उठ रहा है कि आखिर कौन से ‘एसपी साहब’ है जो विशु को सब निपटवाने का वायदा कर रहे है ? क्योंकि मुज़फ्फरनगर में कई एसपी साहब है ,पर उन्हें आखिर विशु के प्रति ऐसा प्रेम क्यों उमड़ रहा है ?
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इसी बीच ड्राइवर मनोज ने नयी मंडी थाने में यह भी आरोप लगाया है कि तायल के बाउंसरों ने न केवल उसकी पिटाई की बल्कि उसका गला बेल्ट से घोंटने की कोशिश भी की। उसने यह भी कहा कि मुकदमा दर्ज होने के बाद से लगातार उसे धमकियां मिल रही हैं।
ड्राइवर द्वारा मीडिया को सौंपी गई दो ऑडियो रिकॉर्डिंग में विशु तायल को यह कहते भी सुना जा सकता है – तुम्हे कौन जानता है, मुझे तो सारा भारत जानता है, मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा।” एक अन्य क्लिप में वह यह भी कहता है कि “कानपुर आ जाऊँगा, शरद को बुला लेंगे, बैठ कर फैसला कर लेंगे, नहीं तो अच्छा नहीं होगा।”
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस प्रशासन इन खुलासों के बाद कोई कार्रवाई करता है, या मुज़फ्फरनगर की पुलिस एक पैसे वाले बिगड़ैल को, उसके पैसे की चमक के कारण, कानून का खुला उल्लंघन करने की खुली छूट देती रहेगी ?