गाजियाबाद। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भवतोष शंखधर ने बताया कि वर्ष 2016 में शुरू किए गए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) को लगातार विस्तार दिया जा रहा है। हर माह की नौ तारीख को ब्लॉक स्तरीय चिकित्सकीय इकाइयों पर पीएमएसएमए दिवस के आयोजन को विस्तार देते हुए जहां 2022 में हर माह की 24 तारीख को एफआरयू स्तरीय चिकित्सा इकाइयों पर सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन शुरू किया गया, वहीं वर्ष 2022-23 के आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद प्रदेश सरकार ने इस अभियान को और विस्तार देने का निर्णय लिया है।
डॉ. शंखधर ने बताया कि प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सूबे के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भेजे पत्र में हर माह की पहली और 16 तारीख को भी पीएमएसएमए दिवस का शुरू किए जाने के निर्देश दिए हैं। नौ तारीख को पीएमएसएमए दिवस का आयोजन ब्लॉक स्तरीय चिकित्सा इकाइयों पर यथावत होता रहेगा, साथ ही अब हर माह की पहली, 16 और 24 तारीख को सभी एफआरयू स्तरीय चिकित्सा इकाइयों, मेडिकल कॉलेजों, जिला महिला चिकित्सालयों और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी पीएमएसएमए दिवस का आयोजन किया जाएगा।
सीएमओ ने बताया कि सूबे में 67 लाख गर्भवतियों में से मात्र 12.55 लाख गर्भवती ही दूसरे और तीसरे त्रैमास में प्रसव पूर्व जांच (एंटी नेटल केयर-एएनसी) की सुविधा प्राप्त कर सकीं। सरकार ने इस संख्या को न काफी मानते हुए पीएमएसएमए को और विस्तार देने का निर्णय लिया है। जनपदों में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड सुविधा न होने के कारण निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों के साथ करार किया है। इन केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड सुविधा प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रीपेड क्यूआर कोड लाभार्थी के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है।