मुजफ्फरनगर। जिले के जीआईसी मैदान में किसानों के अनिश्चितकालीन आंदोलन का आज पांचवा दिन था। वहीं आज किसानों के आंदोलन में चौधरी राकेश टिकैत मौजूद रहे।
चौधरी राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कड़े शब्दों में हिदायत दी और कहा कि अगर यहां के लोग आंदोलन नहीं करेंगे तो दो राज्यों के किसान यहां आने के लिए तैयार बैठे हैं। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने अपने संबोधन में कहा कि मुजफ्फरनगर के जिलों की सीमाओं से लगने वाले जिले के लोग ही इस आंदोलन में आएंगे। हमें दूसरे राज्यों के लोगों की अभी जरूरत नहीं है।
चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि धरना परमानेंट चलेगा। जब तक दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन में उत्तर प्रदेश के शहीद हुए किसानों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा तब तक धरना परमानेंट चलेगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसानों और पंजाब के किसानों को मिला है और उनके मुकदमें भी खत्म हुए हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर मुकदमें लगाए जा रहे हैं और किसानों के खिलाफ षडयंत्र रचा जा रहा है और पूरे प्रदेश में एक भय का माहौल बनाया जा रहा है। किसान आंदोलन में जो कार्यकर्ता शामिल है उन पर विकास प्राधिकरण के नोटिस भेजे जा रहे हैं, इस पर चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि जिन पर नोटिस आ रहा है उसका मकान तोड़ो।
उन्होंने कहा कि भैसाना शुगर मिल का किसान गन्ना लेकर यहां आएगा और गन्ना मिल को बंद करेगा और भुगतान की जिम्मेदारी जिला प्रशासन पर है। वहां का किसान मिल पर गन्ना देना बंद करेगा, डीएम के यहां पर गन्ना तुलेगा। सभी फैक्ट्रियों पर भैसाना शुगर मिल के किसानों का गन्ना जाएगा और यदि गन्ना नहीं जाएगा तो डीएम ऑफिस पर गन्ना आएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का नारा है कि देश डिजिटल की ओर जा रहा है ,हमने प्रधानमंत्री की बात मान ली तो हमारा गन्ने का भुगतान भी डिजिटल किया जाए।