इटावा। उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय चुनाव में संगठन में खासी पकड़ रखने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
संगठन में प्रभावी भूमिका निभाने वाले शिवपाल इन दिनो निकाय चुनाव में सपा को बढ़त दिलाने के इरादे से रात दिन एक किये हुये हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि संगठन से जुड़े हुए लोग शिवपाल को केवल पसंद ही नहीं करते हैं, बल्कि उनकी बात को सुन कर उस पर अमल भी करते है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सपा में पूरी तरह खुद को समर्पित कर चुके शिवपाल निकाय चुनाव में पार्टी की जीत को लेकर एक रणनीति के साथ चलते हुये कोई कोरकसर छोड़ने के मूड में नहीं है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि इससे पहले हुए निकाय चुनाव में शिवपाल सपा से अलग होकर के एक नई राह पर चल रहे थे, जिसका फायदा कहीं ना कहीं सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उठाया है मगर इस बार शिवपाल के पूरी तरह सपा के साथ खड़े होने से नुकसान की संभावना लगभग खत्म हो चुकी है।
इटावा के वरिष्ठ पत्रकार हेम कुमार शर्मा ने कहा कि शिवपाल की पार्टी संगठन में खासी पकड़ आज भी है। कार्यकर्ता उनकी बात को ना केवल सुनते हैं बल्कि हर हाल में मानते भी हैं। शिवपाल के करीबी मानकर चलते हैं कि शिवपाल ने भीतरी तौर पर इस बात का संकेत पार्टी कार्यकर्ताओं को दे दिया है कि पार्टी से जो भी अधिकृत उम्मीदवार उतारा जाए उसके पक्ष में ही हर हाल में काम करना है और उसको विजय दिला करके पार्टी को मजबूती प्रदान करनी है, इसलिए शिवपाल लगातार बैठक दर बैठक करने में जुटे हुए हैं। फिलहाल उन्होने अपने गृह जिले इटावा में ही कैंप किया हुआ है।
मैनपुरी लोकसभा के उप चुनाव में शिवपाल इस भूमिका में दिखाई दे रहे थे और निकाय चुनाव में भी उनकी भूमिका अहम मानी जा रही है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल सिंह यादव से जुड़े हुए लोगों की लिस्ट मंगा ली है, जिसे अखिलेश यादव एक-एक करके फाइनल करने में जुटे हुए दिखाई दे रहे हैं।
पार्टी के भरोसेमंद सूत्र दावा करते हैं कि निकाय चुनाव में स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शिवपाल सिंह यादव प्रमुख लोगों में शामिल किए गए हैं, जल्दी ही सपा अपने स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी कर देगी, इसके बाद शिवपाल सिंह यादव जोरदारी के साथ प्रचार करने में जुट जाएंगे।