नोएडा। नोएडा में अथॉरिटी उत्तराखंड पब्लिक स्कूल को सील करने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि स्कूल की जमीन का आवंटन रद्द कर दिया गया है। प्राधिकरण ने स्कूल के मुख्य द्वार पर नोटिस चस्पा किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, स्कूल मैनेजमेंट ने जमीन आवंटन की एवज में प्राधिकरण को पैसा नहीं चुकाया है। स्कूल पर करीब 50 करोड़ रुपये बकाया हैं।
इस मामले में गौतमबुद्ध नगर पेरेंट्स वेल्फेयर सोसाइटी (जीपीडब्ल्यूएस) के संस्थापक मनोज कटारिया ने बताया कि उन्हें अभिभावकों के फोन आ रहे हैं। सोमवार को जब अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल लेने गए तो स्कूल के गेट पर अथॉरिटी का एक नोटिस चस्पा देखा है। जिस पर लिखा है कि आज 3 बजे स्कूल को सील कर दिया जाएगा।
इस नोटिस को छिपाने के लिए स्कूल मैनेजमेंट ने आनन-फानन में सुरक्षा कर्मियों को खड़ा कर दिया है। अभिभावकों को यह नोटिस पढ़ने नहीं दिया जा रहा है।
मनोज कटारिया ने आगे बताया, “आज 3 बजे कुछ अभिभावक स्कूल के गेट पर पहुंचेंगे। प्राधिकरण से स्कूल पर आने वाले अधिकारियों से मिलेंगे और उनसे स्कूल को सील नहीं करके किसी अन्य विकल्प पर सोचने की बात कहेंगे। स्कूल के सील होने से हजारों विद्यार्थियों का भविष्य अन्धकारमय हो जाएगा। अभी सभी अभिभावकों ने नए सत्र की फीस जमा की है। अब उनके पास दूसरे स्कूल में फीस जमा करने के लिए पैसे भी नहीं बचे हैं। जीपीडब्ल्यूएस उत्तराखंड पब्लिक स्कूल स्कूल के अभिभावकों के साथ खड़ा है।”
महाप्रबंधक (संस्थागत) आशीष भाटी ने कहा, “उत्तराखंड पब्लिक स्कूल को नोटिस भेजा गया है। स्कूल को भूमि आवंटन किया गया था। उसकी कीमत अब तक स्कूल प्रबंधन ने नहीं चुकाई है। कई बार नोटिस भेजे गए लेकिन स्कूल मैनेजमेंट ने ना तो बकाया जमा किया और ना ही जवाब दिया है। प्राधिकरण ने स्कूल का भूखंड आवंटन रद्द कर दिया है। अब प्राधिकरण जमीन वापस अपने कब्जे में लेगा। स्कूल के छात्रों और अभिभावकों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। स्कूल में पढ़ाई बदस्तूर जारी रहेगी।”