मुजफ्फरनगर। RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। मोहन भागवत के बयान के बाद जहां ब्राह्मण समाज में काफी रोष दिखाई दे रहा है। वही भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने भी मोहन भागवत के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जिस देश का राजा ऐसा हो, जो देश में दंगा कराना चाहता हो, जाति और धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाना चाहता हो, तो उस देश का क्या होगा ?
मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में चल रहे भारतीय किसान यूनियन के धरना प्रदर्शन पर चौधरी राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों की समस्याओं को लेकर 10 तारीख को मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत होने जा रही है। जिसमें कई राज्यों के किसान हिस्सा लेंगे। महापंचायत में गन्ना भुगतान, 10 साल पुराने ट्रैक्टर और गाड़ियों को बंद कराने और बिजली के मुद्दों पर चर्चा होगी।
चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि 10 तारीख को मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में किसानों के कई मुद्दों को लेकर एक महापंचायत होने जा रही है। पहला मुद्दा गन्ना भुगतान को लेकर है गन्ने का अभी तक सरकार ने कोई मूल्य घोषित नहीं किया, दूसरा गन्ने का बकाया भुगतान नहीं हुआ, दिल्ली किसान आंदोलन में जो किसान शहीद हुए थे उनके परिवार को अभी तक कोई भी मुआवजा नहीं मिला है, जो किसान घायल हुए थे उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला है। किसानों के ऊपर जो फर्जी मुकदमें हैं वह अभी तक वापस नहीं हुए हैं। एमएसपी पर कानून और स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू करने का मुद्दा भी पंचायत में रहेगा।
उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा बिजली का है आंदोलन चल रहा है और सरकार अधिकारियों के माध्यम से कुछ बयान दिलवा रही है। आंदोलन को दबाने की कोशिश हो रही है। पीएससी की डिमांड मत करो बल्कि यहां तो आर्मी की डिमांड करो। उन्होंने कहा कि 10 साल पुराने ट्रैक्टर और गाड़ियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है कि यहां नहीं चलेंगे। 40-40 साल पुराने ट्रैक्टर है किसानों के साथ और वह 30-35 साल चल जाते हैं, किसी भी किसान की इतनी हैसियत और हिम्मत नहीं है कि वह 10 साल में अपना ट्रैक्टर बदल लेगा। जातिवाद और धर्मवाद पर 2023 में बड़ा मुद्दा चलेगा। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस और यह कह देना कि यह जातियां उन्होंने बनाई है यह मामला बहुत स्पीड पकड़ेगा, जबकि इन मुद्दों से किसानों और आम नागरिकों को बचना है।
2024 के चुनाव से पहले धार्मिक भावनाएं भड़काने का काम किया जाएगा। RSS प्रमुख मोहन भागवत इतने बुजुर्ग व्यक्ति है पूरा देश उनकी बातों को सुनता है। अब वही अपने बयानबाजी को लेकर विवादों में है। जो फैसले देने वाला जज है जब वही वकील बन गया तो फिर इस देश का क्या होगा। मोहन भागवत भारतीय जनता पार्टी के जज है। अगर जज वकील बन गया तो सजा होनी निश्चित है। इसलिए देश में दंगे कराने का सुनियोजित काम चल रहा है, एक जाति से दूसरी जाति को लड़ाने का काम किया जाएगा। जिस देश का राजा ऐसा हो जो जनता में झगड़ा करवाना चाहता हो तो सोचिए उस देश का क्या होगा ?