मेरठ। मेरठ डीआईडी कलानिधि नैथानी ने विवेचनाओं में अप्रत्याशित बढ़ोतरी होने पर बुलंदशहर के सीओ खुर्जा एवं मेरठ के सीओ सदर देहात का स्पष्टीकरण तलब किया है।
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डीआईजी मेरठ परिक्षेत्र कलानिधि नैथानी द्वारा विवेचना निस्तारण हेतु चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत परिक्षेत्र के जनपद मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत व हापुड़ की सीसीटीएनएस पोर्टल पर प्रदर्शित लम्बित विवेचनाओं की सर्किलवार समीक्षा की गयी। लम्बित विवेचनाओं की सर्किलवार समीक्षा में जनपद मेरठ के सदर देहात, सरधना व कोतलावी सर्किल, जनपद बुलन्दशहर के खुर्जा व अनूपशहर सर्किल, जनपद बागपत के बडौत एवं जनपद हापुड के गढमुक्तेश्वर सर्किल में लम्बित विवेचनाओं में वृद्धि हुई है।
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जिनमें सर्किल खुर्जा व सदर देहात मे अन्य की तुलना में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी पायी गई है। विवेचना निस्तारण में शिथिल पर्यवेक्षण करने पर क्षेत्राधिकारी खुर्जा जनपद बुलंदशहर एवं क्षेत्राधिकारी सदर देहात जनपद मेरठ का स्पष्टीकरण लिया गया। अन्य को सचेत किया गया है। पिछली समीक्षा में खुर्जा सर्किल में 369 विवेचना लम्बित थीं जो जो बढकर 424 हो गयी एवं सर्किल सदर देहात में 268 विवेचना लम्बित थीं जो बढकर 309 हो गयी। निस्तारण के सापेक्ष सर्किल खुर्जा में 55 और सदर देहात में 41 विवेचनाओं की वृद्धि हुई है। इसी प्रकार सर्किल सरधना में 29, कोतवाली में 24, अनूपशहर में 22, बडौत में 21 एवं गढमुक्तेश्वर में 33 विवेचनाओ की वृद्धि हुई है।
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विवेचना निस्तारण करने में सर्किल हापुड़ नगर एवं सर्किल दौराला जनपद मेरठ अव्वल रहे हैं। पिछली समीक्षा पर लम्बित विवेचनाओ के सापेक्ष सर्किल हापुड नगर में 30, दौराला में 18 विवेचना घटी हैं। इनके अतिरिक्त सर्किल सिविल लाइन व मवाना जनपद मेरठ, सर्किल स्याना बुलन्दशहर एवं सर्किल बागपत में विवेचना घटी हैं उपरोक्त की डीआईजी द्वारा प्रशांसा की गयी है। डीआईजी द्वारा परिक्षेत्र के सभी क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वह अपने-अपने सर्किलों में लंबित विवेचनाओं का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण करायें।
इसी के साथ निर्देश दिए कि अभियान को जारी रखते हुए अधिक से अधिक लंबित विवेचनाओं का सफल व गुणवत्तापरक निस्तारण करा लिया जाए । प्रत्येक 15 दिवस में पाक्षिक समीक्षा की जाती रहेगी साथ ही यह भी बताया कि विवेचनाओं के समयबद्ध गुणवत्तापरक निस्तारण से जहां एक ओर जनता को समय से न्याय मिलता है, वहीं पुलिस के विरूद्ध आने वाली शिकायतों में भी कमी आती है।