जोधपुर। बनाड़ स्थित सारण नगर चुंगीनाका के पास में अधिवक्ता से हुई मारपीट के प्रकरण में अधिवक्ताओं के आंदोलन के साथ ही आज बनाड़ थाने के हेड कांस्टेबल लक्ष्मणसिंह को निलंबित करने के आदेश जारी हुए है। वहीं तीन पुलिस कर्मियों को थाने से हटाया गया है। वकील दो दिन से लगातार इस बारे में आंदोलनरत रहने के साथ न्यायिक कार्योँ का बहिष्कार पर उतर आए थे।
आज राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसियेशन के अध्यक्ष एवं राजस्थान हाईकोर्ट लायर्स एसोसियेशन के अध्यक्ष रवि भंसाली ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस कर्मियों पर हुई कार्रवाई को लेकर संतोष जताते हुए न्यायिक कार्य बहिष्कार का आंदोलन वापिस लेने की घोषणा की गई। अधिवक्ता गुरुवार से काम पर लौटेंंगे। इससे पहले आज सुबह अधिवक्ताओं ने पुराना हाईकोर्ट परिसर पर धरने के साथ प्रदर्शन किया था। दोनों एसोसियेशनों की तरफ से पुलिस के आलाधिकारियों से दो दिन से बातचीत के साथ ज्ञापन तक दिया गया था। पुलिस अधिकारियों ने आज हैडकांस्टेबल के निलंबन के आदेश जारी किए वहीं तीन पुलिस कर्मियों को बनाड़ थाने से हटाया गया है।
मंगलवार को राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन जोधपुर के अध्यक्ष रणजीत जोशी व राजस्थान हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन जोधपुर के अध्यक्ष रवि भंसाली ने संयुक्त रूप से सूचना जारी करते हुए अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की घोषणा की थी। कोर्ट परिसर में अधिवक्ता इस घटना को लेकर एकत्र होना शुरू हो गए थे। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि अधिवक्ता जोगेंद्र के साथ मारपीट के मामले में पुलिस कमिश्नर को प्रतिवेदन देकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई लेकिन पुलिस ने खुद के बचाव में अधिवक्ता के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया। अब दोषी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर निलम्बित करने की मांग की गई थी।
यह है मामला:
दरअसल, अधिवक्ता जोगेंद्र भारती निवासी लक्ष्मण नगर ने बताया कि वे हाउसिंग बोर्ड सेक्टर 17 से रविवार की रात करीब 11.15 बजे अपने घर जा रहे थे। तब बनाड़ थाना क्षेत्र की सारण नगर चौकी के पास हेड कांस्टेबल ईश्वर सिंह और कांस्टेबल सुरेश और एक अन्य ने रोका और गाड़ी के कागज मांगे। लाइसेंस दिखाया तो उन्होंने उसे जब्त कर चालान काट दिया। इसके बाद गाड़ी साइड में लगाने के लिए कहा। कारण पूछा तो एक ने थप्पड़ मार दिया। विरोध किया तो तीनों ने जमकर पिटाई की। अधिवक्ता के पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं। इसके बाद उन्होंने पूरी जानकारी परिजनों को दी, जिसके बाद पुलिसकर्मियों की शिकायत आलाधिकारी दी गई।
मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान:
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने अधिवक्ता जोगेंद्र के साथ हुई मारपीट के मामले में मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस जीके व्यास को शिकायत की थी। आयोग को शिकायत प्राप्त होने के बाद अध्यक्ष जस्टिस जीके व्यास ने पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ को फैक्स व ईमेल के माध्यम से 22 फरवरी 2023 तक स्पष्ट कार्रवाई कर रिपोर्ट मांगी।