शिमला। राजधानी शिमला में चरम पर चल रहे पर्यटन सीजन के बीच दो टैक्सी यूनियन के बीच उपजा विवाद थम नहीं रहा है। सिरमौर की चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन के बाद शहर की स्थानीय देवभूमी टैक्सी यूनियन ने गुरुवार को उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान भारी संख्या में टैक्सी कारोबारी धरने में शामिल हुए।
यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि इस मामले को बेवजह क्षेत्रवाद का मुद्दा बनाया जा रहा है। उनकी मांग सिर्फ इतनी है कि यहां पर गैरकानूनी तरीके से गाइड काम कर रहे हैं। उन्हें प्रशासन टोकन नंबर दे और नाहन में पंजीकृत टैक्सी गाडियां शिमला में चल रही है जो गलत है। फ़र्ज़ी गाइड शिमला में पर्यटकों की गाड़ियों के पीछे दौड़ते हैं, जिससे पर्यटकों में भी भय का माहौल पैदा होता है। साथ ही सड़क पर जगह जगह गाडियां रोकी जाती है जिससे जाम की स्थिति बन जाती है। उन्होंने कहा कि इसमें मारपीट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
इस मुद्दे पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि उन्होंने क्षेत्रवाद को लेकर कोई भी बात नहीं की है। शिमला में सभी का काम करने का हक है उन्होंने कहा कि इस मामले में भाजपा राजनीति कर रही है। इन दिनों भाजपा के पास कोई काम नहीं है और वह हर मामले में राजनीति करने का प्रयास कर रही है और माहौल खराब किया जा रहा है।
वहीं सिरमौर से संबंध रखने वाले मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मामले को भाजपा के नेता क्षेत्रवाद बनाने की कोशिश कर रहे हैं जबकि मामला दो टैक्सी यूनियन के बीच का है जिसको सुलझा लिया। भाजपा मामले का राजनीतिक करण कर रही है जो कि ठीक नहीं है।
बता दें कि मामले की शुरुआत 16 जून को तब हुई थी, जब ऑकलैंड में सवारियों को ले जाने को लेकर दोनों टैक्सी यूनियनों के कुछ लोगों में सवारियों को लेकर कहासुनी हुई। इस बीच जमकर लात-घुसे चले। इसमें टैक्सी चालक सुरेश राणा, सूरज सहित तीन लोग घायल हुए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत करवाया। घटना में एक निजी वाहन सहित आधा दर्जन के करीब टैक्सियों के शीशे टूटे हैं। इस दौरान हड़कंप मचा रहा। स्थानीय लोगों को भी आवाजाही करने में परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अगले दिन यानी 17 जून की रात दोबारा विवाद पेश आया। आरोप है कि ऑलकैड टनल के पास कुछ लोगों ने पीड़ित सुरेश राणा के वाहन को रोक दिया। वह सवारी लेकर विक्ट्री टनल की तरफ जा रहे थे। इस दौरान सुरेश को वाहन से बाहर उतारकर मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान बीच बचाव में यूनियन के अन्य लोग भी शामिल हो गए और दोनों गुटों में जमकर हाथापाई हुई। बाद में स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस फोर्स को बुलाना पड़ा। पुलिस ने मौके से वाहनों की तलाशी में करीब एक दर्जन डंड़े बरामद किए हैं। दो दिन पहले सिरमौर की चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन के समर्थन में सिरमौर से ताल्लुक रखने वाले लोगों ने डीसी ऑफिस के समक्ष प्रदर्शन किया था। इस दौरान कांग्रेस के एक मंत्री पर क्षेत्रवाद का आरोप लगाया।
पर्यटन सीजन के बीच दोनों यूनियनों के बीच इस टकराव से शहर में टैक्सी संचालन का कार्य भी आंशिक तौर पर प्रभावित हुआ। सरेआम सड़कों पर टैक्सी चालकों को भिड़ते देख सैलानी भी सहम गए।