आवश्यकता से अधिक खाना या कम खाना, स्वास्थ्य और शारीरिक सुन्दरता दोनों पर प्रभाव डालते हैं। कम खाने से शरीर में पौष्टिकता की कमी, शरीर कमजोर और त्वचा बेजान हो जाती है। अधिक खाने से शरीर बेडौल हो जाता है और त्वचा ढीली ढाली लटकी हुई सी हो जाती है।
इसका अर्थ है संतुलित भोजन हमें दीर्घायु दे सकता है और हमारी त्वचा को रौनक भी देता है। आइए हम भी अपनाएं संतुलित आहार और अपनी काया को निखारें-
खाते समय पेट को डस्टबिन न समझें। भूख से थोड़ा कम ही खाएं।
नाश्ते में दलिया, (नमकीन, मीठा दोनों में से जो पसंद हो) दूध विद कार्नफ्लेक्स, ओट्स नमकीन और मीठा दोनों, थोड़ी अंकुरित दालें, ब्राउन ब्रेड पर कम कैलोरी वाला मक्खन, उबले अंडे और खीरे, प्याज, टमाटर के सैंडविच आदि ले सकते हैं। नाश्ता अवश्य लें। संतुलित नाश्ता दिन भर स्फूर्ति देता है ।
अपने भोजन में कम तेल का प्रयोग करें। दाल, हरी सब्जी, दही-सलाद को नियमित भोजन का अंग अवश्य बनायें।
खाना चबा कर शांत स्वभाव से बैठ कर खाएं। समय पर खाना खाएं। बार-बार खाने से बचें।
कभी मीठा, तला हुआ भोजन खाना भी पड़े तो बहुत सीमित मात्रा में ही खाएं। परांठे, चीले, डोसा आदि बनाने के लिए नॉन स्टिक तवे का इस्तेमाल करें।
शीतल पेयों से दूर रहें। गर्मियों में शीतल पेय पीने का मन हो तो नींबू की शिकंजी, नींबू शहद, लस्सी, ताजे फलों का रस, नारियल पानी लें।
यदि पहले से पार्टी या होटल में जाना तय हो तो दिन में भोजन हल्का और कम मात्रा में लें। खाने से पहले यदि सूप आदि उपलब्ध हो तो उसे लेना न भूलें।
फास्ट फूड, केक, पेस्ट्री आदि का सेवन कम से कम करें। अधिक मसालेदार भोजन भी न लें।
वसायुक्त खाना शरीर को अनावश्यक चर्बी देता है अत: इससे बचें। भाप से बने हुए खाने का सेवन अधिक करें। हो सके तो सप्ताह में एक दिन उपवास रखें।
खाने में नींबू, आंवले का प्रयोग अवश्य करें। इनमें विटामिन सी भरपूर होता है जो शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में मदद करता है।
दूध दही, लस्सी स्किम्ड मिल्क की ही लें या फिर टोंड मिल्क की लें।
बासी डिब्बाबंद भोज्य पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसे प्रयोग में न लाएं। चाय, कॉफी, चाकलेट का सेवन भी कम करें।
भोजन में अंकुरित दालें, हरी पत्तेदार सब्जियां, ताजे रसदार फलों का उपयोग अधिक करें।
– नीतू गुप्ता