मुर्शिदाबाद। राज्य में पंचायत चुनाव का प्रचार जारी है। सभी पार्टियों के कार्यकर्ता और समर्थक चुनाव प्रचार में कूद पड़े हैं। इस बीच, बुधवार को मुर्शिदाबाद जिले के समशेरगंज ब्लॉक के तिनपाकुरिया ग्राम पंचायत के विभिन्न इलाकों में पोस्टर पाए गए। पोस्टर में लिखा है – “बूथ संख्या 74 के कांग्रेस उम्मीदवार अब्दुल बारिक का पता नहीं चल रहा है।” यह पोस्टर किसने या किसने लगाया इसका पता नहीं चला पाया है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, अब्दुल बारिक इस पंचायत चुनाव में जिला परिषद की चौथी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अनारुल हक बिप्लब के भाई हैं।
मुर्शिदाबाद जिला परिषद के पूर्व जन स्वास्थ्य अधिकारी अनारुल हक को सत्ताधारी पार्टी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों और अन्य असामाजिक गतिविधियों में शामिल होने के कारण नामांकित नहीं किया था। जिससे आक्रोशित होकर अनारुल ने तृणमूल पार्टी छोड़ दी। सूत्रों के मुताबिक, अब्दुल बारिक भी अपने भाई का हाथ पकड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। कांग्रेस में शामिल होने के बाद, अनारुल हक को जिला परिषद के उम्मीदवार के रूप में और अब्दुल बारिक को तिनपाकुरिया ग्राम पंचायत के बूथ संख्या 74 के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवारों ने इलाके में जोरदार प्रचार किया। लेकिन कुछ दिनों में कांग्रेस उम्मीदवार अब्दुल बारिक को इलाके में नहीं देखा गया। फिर बुधवार सुबह कुछ लोगों ने तिनपाकुरिया ग्राम पंचायत के विभिन्न इलाकों में घरों की दीवारों पर कांग्रेस उम्मीदवार के ‘लापता होने’ का पोस्टर देखा। पोस्टर में लिखा है- ‘हमारा उम्मीदवार नहीं मिल रहा। अगर किसी ने इसे देखा है तो कृपया हमें बताएं।’
तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता अब्दुल शेख ने कहा कि हमें नहीं पता कि वह पोस्टर किसने लगाया। हम पार्टी उम्मीदवारों के प्रचार में व्यस्त हैं।’ हालांकि, कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व का दावा है कि यह पोस्टर जानबूझकर कांग्रेस को बदनाम करने के लिए तृणमूल कांग्रेस द्वारा लगाया गया था।