ब्यावरा/राजगढ़। कोई कितना ही बहकाए इतिहास गढ़े छल फैलाए, युग आएं और युग जाएं हम एक सदा रहते आए, बिखरे तो सारे साथ गिरे मिलकर भोगे उत्कर्ष सभी, सुख दुख सब एक हमारे हैं इतिहासों के निष्कर्ष सभी… हम हिन्दू हैं। हम किसी भी जाति के प्रतिनिधि हो सकते हैं, किंतु सभी हिन्दू समाज को सद्भाव के साथ एकजुट करने की जिम्मेदारी हमारी है। यह बैठक हिन्दू समाज की एकता के लिए इतिहास बनेगी। विदेशी ताकतों, रुपयों के माध्यम से समाज में जातीय द्वेष फैलाया गया है। इसको दूर करने के लिए आप सभी हमारी प्रार्थना मानकर एक हो जाओ, नहीं माने तो मिट जाओगे। यह कहना है बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. पूज्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का।
दरअसल, वे मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला ब्यावरा के खिलचीपुर में 73 समाजों के प्रमुखों एवं प्रतिनिधियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि अगड़े पिछड़े के भाव मिटा दो। पहले जातिवाद नहीं था। महर्षि वाल्मीकि, संत नामदेव, संत रविदास इन्होंने समाज को एक किया और समाज को जगाया। आज भी एकता के स्वर में गुनगुनाने और एक नई क्रांति प्रत्येक हिन्दू घर में लाने की आवश्यकता है। इस एकता को लाने के लिए समय दान की आवश्यकता है और यह कार्य प्रत्येक हिन्दू घर से होना चाहिए।
पंडित पूज्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सभी समाज प्रमुखों से आह्वान किया कि जातीय कट्टरता समाज के लिए घातक है। सभी को मंदिर में भगवान के दर्शन करने का अधिकार मिला है। भगवान हम सभी के एक हैं, इसलिए जो भी कुप्रथाएं हैं, उन्हें समाप्त करना है। कोई समाज का व्यक्ति गलती करता है तो दूसरा कोई उसे पूरे समाज से न जोड़े। हमारी लड़ाई के मजे दूसरे लेते हैं। सद्भाव मंच के साथ बैठक करें, दोनों पक्ष बैठें। आज से हम भी नई यात्रा शुरू करेंगे। हर जिले में समाजों की बैठक करेंगे।
पूज्य शास्त्री जी का कहना यह भी रहा कि षड्यंत्रकारी प्रायोजित ढंग से अगड़े–पिछड़े का जहर फैला रहे हैं। लव जिहाद, रामचरित मानस को जलाना, ये सब षड्यंत्र हैं। हमारे ही भाई षड्यंत्र के शिकार होकर भगवान को बाहर निकाल रहे हैं। बाहरी लोग हमारी बहन-बेटियों को फंसा रहे हैं। इसलिए हम पिछड़े समाज को मंचों पर खड़ा करेंगे।
बैठक में सभी समाजों के प्रतिनिधियों ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर के आह्वान पर हनुमान जी को साक्षी मानकर हिन्दू एकता का संकल्प लिया। वहीं, कई समाज प्रमुखों ने प. शास्त्री से संवाद भी किया। प. शास्त्री ने सभी समाज के गणमान्य लोगों से समाज में व्याप्त कुरीतियों, छुआछूत को दूर करने का आग्रह किया। साथ ही आगे के लिए यह तय किया गया कि अब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर देशभर में प्रत्येक जिले में सभी समाज बन्धुओं की सामूहिक बैठक लेंगे।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने जहां सभी समाज प्रमुखों को एक साथ संबोधित किया, वहीं इस आयोजन के माध्यम से हिन्दू समाज की सभी जातियों के बीच परस्पर सद्भाव बनाये रखने पर भी जोर दिया गया। आयोजन समिति ने बुधवार के दिन कथा की पहली आरती सभी समाज प्रमुखों से कराई। कथा की पावन आरती कर सभी जाति प्रमुखों ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर का आभार व्यक्त किया एवं उनके बताए हुए मार्ग पर हिन्दू समाज को ले जाने का संकल्प लिया।
बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत, विभाग, जिला एवं सामाजिक सद्भावना मंच के कई पदाधिकारी भी शामिल हुए। इस अवसर पर अनिल वाल्मीकि, रामबाबू खरे, जाटव ,अमृत जी बृजवासी,धर्मेंद्र नारोलिया, बालकृष्ण गुप्ता, पवन विजयवर्गीय, राजेंद्र जोशी, गोकुल वर्मा, जया जयसवाल, नम्रता विजयवर्गीय, राजेश्वरी शर्मा, मोना सुस्तानी, हजारी लाल दागी, उदय सिह चौहान नारायण सिंह पवार सहित विभिन्न समाजों के प्रमुखों के साथ ही संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं सह प्रांत संपर्क प्रमुख सुरेंद्र मिश्रा, सह प्रांत कार्यवाह हेमंत सेठिया, विभाग संघचालक लक्ष्मीनारायण चौहान और विभाग कार्यवाह धर्मेंद्र शर्मा उपस्थित रहे।