लखनऊ। लखनऊ में दरिंदगी की हदें पार कर दी गईं। लखनऊ कैंट में मंगलवार रात करीब आठ बजे शौच के लिए निकली किशोरी (15) को तीन युवकों ने अगवा कर लिया। आरोपी उसे पास ही स्थित एक ट्यूबवेल परिसर में ले गए और वहां जबरन नशीला पदार्थ पिला दिया। विरोध करने पर उसकी न सिर्फ पिटाई की, बल्कि ब्लेड से कई वार भी किए। किशोरी बेहोश हो गई। आरोपियों ने बेहोशी की हालत में ही रातभर उससे कई बार दुष्कर्म किया। बुधवार देर रात आरोपियों के चंगुल से छूटकर किसी तरह किशोरी घर पहुंची और परिवारीजनों को आपबीती सुनाई। गुरुवार सुबह मामले की सूचना पाकर पुलिस ने आनन-फानन में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बाराबंकी की रहने वाली किशोरी की कैंट में रहने वाली नानी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। वह नानी की सेवा के लिए एक हफ्ते पहले ही कैंट आई थी। मंगलवार करीब साढ़े आठ बजे वह शौच के लिए गई थी, जहां पहले से घात लगाए बैठे इलाके के ही रहने वाले आशिफ, हलीम और इरफान ने उसे अगवा कर लिया। आरोपी उसे एसएन पेट्रोल पंप के पीछे बने ट्यूबवेल में उठा ले गए और वहां बने कमरे में बंधक बनाकर उसे बुरी तरह पीटा।
किशोरी ने पुलिस को बताया कि उसने नशीला पानी पीने से मना किया तो आरोपियों ने उसके दोनों हाथों पर ब्लेड से 50 से भी अधिक बार वार किए। गर्दन पर ब्लेड रख जबरन कपड़े उतारे। इसके बाद तीनों ने मिलकर उसके साथ गैंगरेप किया। दर्द से कराह रही किशोरी कुछ ही देर में बेहोश हो गई। इसके बाद भी दरिंदे उसे रातभर नोचते रहे। बुधवार सुबह करीब चार बजे किशोरी की आंख खुल गई। इस दौरान तीनों आरोपी सो रहे थे। निर्वस्त्र किशोरी ने चुपके से कपड़े पहने और किसी तरह वहां से भागने का प्रयास किया। इस दौरान एक आरोपी की आंख खुल गई। उसे देख किशोरी मदद के लिए शोर मचाने लगी। इस पर आरोपियों ने उसे दोबारा दबोच लिया और पिटाई करते हुए दोबारा जबरन नशीली दवा पिला कर बेहोश कर दिया। उजाला होने से पहले ही वह लोग उसे स्कूटी से जनेश्वर मिश्रा पार्क के पीछे जंगल में ले गए। वहां हाथ पैर बांधकर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया।
इंस्पेक्टर कैंट राजकुमार ने बताया कि कैंट इलाके में ज्यादातर सन्नाटा रहता है। ऐसे में बुधवार को अंधेरा होने के बाद आरोपी किशोरी को कैंट स्थित भारतेंदु हरिशचंद्र पार्क में ले गए। झाड़ियों में बंधक बनाकर वहां भी गैंगरेप किया। रात करीब साढ़े 11 बजे किसी तरह किशोरी आरोपियों के चंगुल से छूटी और शोर मचाते हुए सड़क पर आ गई। किसी के आने के डर से आरोपित वहां से भाग निकले। देररात किशोरी बदहवास घर पहुंची। आपबीती सुनकर गुरुवार सुबह परिवारीजन थाने पहुंचे।
एसीपी कैंट ने बताया कि पकड़े गए आरोपी कैंट के सदर बाजार निवासी आसिफ, हलीम और पारा के आदर्श विहार निवासी इरफान हैं। घटना के समय बातचीत के दौरान तीनों एक-दूसरे का नाम ले रहे थे। 24 घंटे तक आरोपियों के चंगुल में फंसी किशोरी ने नाम याद कर लिए। नाम पता चलने ही पुलिस ने छापेमारी की। एसीपी ने बताया कि आशिफ और हलीम कसाई हैं। जिस वक्त पुलिस उन्हें ढूंढ़ते हुए इलाके में पहुंची दोनों बकरीद पर कुर्बानी कर रहे थे। स्थिति को देखते हुए भारी फोर्स बुलाकर दोनों को गिरफ्तार किया जा सका।
आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस ने फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर जांच की। छानबीन में पाया गया कि बाउंड्री नुमा प्लॉट में बने कमरे और भारतेंदु हरिशचंद्र पार्क में गद्दे पहले से पड़े थे। पुलिस को दोनों जगह लड़कियों के फटे हुए कपड़े, बियर के केन और आपत्तिजनक चीजें भी मिली हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे आरोपियों ने कई युवतियों या किशोरियों को बंधक बनाकर रेप किया हो। युवतियां ने बदनामी के डर से शिकायत नहीं की।