मुजफ्फरनगर। शहर में ट्रिपल इंजन की सरकार बनाकर विकास और साफ सफाई करके शहर को इंदौर जैसा बनाने के दावे अभी से ही हवा हवाई होते नजर आने लगे हैं। प्रशासन के कावड़ियों की सुविधा के सब इंतजाम के दावे भी पहली बरसात में ही खोखले सिद्ध हो गए। बरसात में पूरा शहर गन्दगी भरा तालाब बन गया जिसकी वजह प्रशासन और नगर पालिका का नकारापन है क्योंकि नालों की कोई सफाई इस साल नहीं कराई गई है।
स्थानीय निकाय के चुनाव में प्रचार के दौरान सांसद और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और शहर विधायक व प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल बार-बार यह दावा कर रहे थे कि शहर में भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार बना दो जिससे विकास को गति दी जा सके। नगर पालिका की नवनिर्वाचित चेयरमैन मीनाक्षी स्वरुप ने भी प्रचार के दौरान और जीत के बाद मुजफ्फरनगर को इंदौर बनाने का दावा किया था लेकिन महीनो पहले नगर पालिका का चुनाव हो जाने के बाद भी शहर में सभी तरफ गंदगी का माहौल है, सड़कों पर गंदगी पड़ी रहती है और शनिवार को पहली बरसात में हालात इतने बदतर हो गए कि पूरा शहर ही गन्दा तालाब बन गया।
कावड़ यात्रा के दौरान मुजफ्फरनगर से करोड़ों कावड़ियों के निकलने के चलते कांवड़ियों की सुविधा के लिए महीनों से जिला प्रशासन के अधिकारी लंबी-लंबी बैठक करके दावे कर रहे थे कि कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए सभी रास्ते और साफ-सफाई के माकूल इंतजाम कर दिए गए हैं लेकिन कावड़ यात्रा शुरू हो चुकी है और पहली बरसात में ही सभी दावों की पोल खोल कर रख दी है। कावड़िए सड़क पर गंदगी के बीच से निकलने के लिए मजबूर हो गए हैं, उनकी नजरों में मुजफ्फरनगर की क्या छवि बनी होगी ?, यह सोचकर ही शहर वासियों को शर्म आने लगी है।
नगरपालिका और प्रशासन के अफसरों को यह मालूम होने के बाबजूद कि मानसून आने वाला है ,नालों की सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की गई। साफ सफाई की बदतर स्थिति का असर आज पहली बरसात में ही दिखाई दिया और शहर गंदगी के ढेर से पटा नजर आया और तालाब बने शहर में हर तरफ गंदगी फैलती नजर आई।
जनपद में वैसे तो पिछले कई दिनों से रुक-रुक कर झमाझम बरसात हो रही थी लेकिन शनिवार सुबह से ये बरसात इतनी जबरदस्त थी कि कुछ ही देर में पूरा शहर तालाब के रूप ने दिखाई देने लगा।कहीं दुकान तो कहीं पुलिस चौकी के अंदर पानी भर गया और इन हालातों में कावडि़ए भी जलभराव से गुजरने को मजबूर हो गए।
शनिवार सुबह से हो रही बारिश के चलते जहां सड़के नदियों की तरह दिखाई देने लगी तो वहीं इस बरसात से दुकानों में पानी भर गया तो कहीं पुलिस चौकी में भी पानी भर गया और पुलिस के जवान पंप लगाकर चौकी से पानी निकालते दिखाई दे रहे थे। इस बरसात के चलते कावडिय़ों को भी खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
यहां के स्थानीय बाजार भी आज दोपहर के समय खुलते नजर आए जिसके चलते व्यापारी भी यहां के जिला प्रशासन से नाराज दिखाई पड़े। स्थानीय व्यापारी प्रदुमन माहेश्वरी की माने तो यहां पर घुटनों घुटनों तक पानी था व कावडिय़ों को भी
पानी में जाना पड़ रहा है एवं सारे नाले बंद है तो दुकानों में अंदर तक पानी भर जाता है जिससे बहुत परेशानी है, अगर नगर पालिका नाले साफ कराती तो दुकानों में अंदर तक पानी न भरता व यहां घुटनों घुटनों तक पानी था जिसकी वजह से 1 बजे दुकान खोलनी पड़ी है, हां कावडिय़ा भी इसी गंदे पानी में निकल रहे थे व सारी नालियों का पानी बाहर था, यहां पर घुटनों घुटनों पानी था, जिसमें कांवडिय़ों को भी जाना पड़ रहा था और बिल्कुल तालाब जैसा हो रहा था, हमें एक-डेढ़ बजे तो दुकान खोलनी पड़ी है व दुकानों के अंदर तक पानी था।