कोलकाता। पश्चिम बंगाल के 19 जिलों के 696 बूथों पर सोमवार को त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था के लिए मतदान चल रहा है। राज्य के अलग-अलग हिस्सों से छिटपुट हिंसा की खबरें आ रही हैं। जिन बूथों पर मतदान चल रहा था, उनके भीतर और बाहर दोनों जगह पर्याप्त केंद्रीय सशस्त्र बल मौजूद हैं।
कई पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को मतदाताओं के पास उनके आवास पर जाते और उन्हें मतदान केंद्रों तक ले जाने की पेशकश करते देखा गया।
हालांकि रविवार देर रात, पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग (डब्ल्यूबीएसईसी) ने एक अधिसूचना जारी कर दावा किया था कि सोमवार सुबह 697 बूथों के लिए नए सिरे से मतदान होगा। लेकिन, पता चला कि एक संख्या कम कर दी गई है।
सोमवार सुबह से जिन बूथों पर पुनःमतदान चल रहा है, उनमें सबसे ज्यादा संख्या मुर्शिदाबाद में है, उसके बाद मालदा और नदिया में है।
हावड़ा जिले के डोमजूर में उस स्ट्रांग रूम को तोड़ने की कथित कोशिशों को लेकर तनाव बढ़ गया, जहां मतपेटियां रखी गई थीं। तनाव बढ़ने पर पुलिस की एक टुकड़ी मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
सीपीआई (एम) के राज्य सचिवालय सदस्य कल्लोल मजूमदार के अनुसार, स्ट्रांग रूम की पिछली दीवार को तृणमूल कांग्रेस के बदमाशों ने तोड़ दिया है।
उन्होंने कहा, “पूर्वी मिदनापुर जिले के खेजुरी से हिंसा की खबरें आई थीं, जहां तीन मतपेटियां बगल के तालाब में फेंक दी गईं। सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता रविवार रात से ही इलाके में बम फेंक रहे हैं। वहां केंद्रीय बल के जवान दिखाई नहीं दे रहे हैं।”
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने आरोपों से इनकार किया है।