नयी दिल्ली- कांग्रेस ने कहा है कि महिला खिलाड़ियों के उत्पीड़न के आरोप को लेकर कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषणसिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया है और अब इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मौन तोड़ना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में भजपा सांसद बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न, पीछा करने और डराने-धमकाने के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ मुकदमा चलाने और दंडिबत करने की कार्रवाई करने की बात की है।
दरअसल इस मामले में मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के अनुसार, एक शिकायतकर्ता ने 6 जगहों का उल्लेख किया है, जहां उसके साथ बृजभूषण शरण सिंह ने छेड़छाड़ की थी। दिल्ली पुलिस ने आरोप पत्र में कहा है कि अब तक की जांच के आधार पर बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ और पीछा करने के अपराधों के लिए मुकदमा चलाया जा सकता है और दंडित किया जा सकता है। बृजभूषण सिंह के खिलाफ कुल 21 गवाहों ने अपना बयान दिया है, उनमें से 6 ने सीआरपीसी 164 के तहत अपना बयान दिया है। बृजभूषण शरण सिंह को कोर्ट ने 18 जुलाई को तलब किया है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा , “विडंबना यह है कि महिला पहलवानों ने जनवरी में गठित समिति के सामने भी बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे लेकिन कमेटी ने आरोपों को अनदेखा कर दिया। यही नहीं… कमेटी ने खेल मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट में भी बृजभूषण के खिलाफ लगे आरोपों पर चुप्पी साध ली। आखिर में जब पहलवानों को अपमानित किया गया तो वह अपने मेडल गंगा में बहाने चले गए लेकि सरकार तब भी चुप रही।”
प्रवक्ता ने सवाल किया कि क्या बृजभूषण सिंह पर दिल्ली पुलिस की चार्जशीट आने के बाद भी सरकार चुप्पी नहीं तोड़ेगी। क्या प्रधानमंत्री मोदी अब भी कुछ नहीं बोलेंगे। उन्होंने मोदी सरकार पर अनैतिक होने का आरोप लगाया और कहा कि इस सरकार में जरा भी नैतिकता होती तो वह आरोपी को नहीं बल्कि बेटियों को संरक्षण देती।
इस बीच कांग्रेस पार्टी ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर कहा , “भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के मामले में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट सामने आ गई है। अभी तक की जांच के आधार पर दिल्ली पुलिस का कहना है कि बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ और पीछा करने के मामले में मुक़दमा चलाया जा सकता है और सजा दी जा सकती है। हैरानी की बात है कि इतना कुछ होने के बाद भी प्रधानमंत्री महिला पहलवानों से जुड़े इस मुद्दे पर खामोश क्यों हैं। अपने इस चहेते सांसद को पार्टी से कब बाहर करेंगे। सांसद बृजभूषण की गिरफ्तारी कब होगी और सरकार बृजभूषण को संरक्षण देना कब बंद करेगी।”