सहारनपुर – शिवालिक पर्वत श्रृखंला में शुक्रवार रात से हो रही बारिश से सहारनपुर स्थित शाकुम्भरी देवी मन्दिर के आसपास बाढ की स्थिति बनी हुई है।
अपर पुलिस अधीक्षक सागर जैन ने बताया कि श्रद्धालुओ को शाकुम्भरी देवी दर्शन को टालने की अपील की जा रही है। उधर हथनीकुन्ड बैराज से शनिवार दोपहर तक दो लाख 51 हजार 587 क्यूसेक पानी छोडे जाने के कारण बरसाती नदियां उफान पर हैं ।
मिर्जापुर थाना क्षेत्र प्रभारी ने बताया कि मिर्जापुर व बेहट क्षेत्र की कल रात से हो रही पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रो में बारिश से बरसाती नदियों में व हथनी कुण्ड से पानी छोडे जाने से भी बादशाही बाग नदी उफान पर है। शाकुम्भरी देवी जाने वाले रास्ते पर बैरीकैटिग लगा दी गयी है । श्रृद्धालुओ को शाकुम्भरी देवी दर्शन न जाने के लिए आग्रह किया जा रहा हैं।
वहीं, शाकंभरी देवी में खोल (नदी) में पानी आने पर पुलिस ने अलर्ट जारी करते हुए श्रद्धालुओं को बाबा भूरादेव मंदिर से वापस करना शुरू कर दिया। माइक से अनाउंसमेंट कर पुलिसकर्मी लगातार श्रद्धालुओं को नदी की तरफ जाने से मना करते रहे हैं।उधर, सिद्ध पीठ में दर्शनों के लिए पहले से गए हुए श्रद्धालुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया।
इसके अलावा बरसाती नदियों में पानी के चलते क्षेत्र के दर्जनों गांव का तहसील व जिला मुख्यालय से संपर्क कटा रहा। बेहट-शाकंभरी देवी व बेहट-बिहारीगढ़ रूट भी बंद रहने से बसों का संचालन बंद रहा। बता दे कि पहाड़ों पर हो रही बरसात से यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में हथिनी कुंड बैराज से पूर्वी यमुना और पश्चिमी यमुना नहरों को फिर से बंद कर दिया गया है। पीछे से आ रहे पानी को बैराज में लगातार सीधा यमुना में छोड़ा जा रहा है।
बैराज के नियमों के अनुसार, 80 हजार क्यूसेक से अधिक पानी होने पर दोनों नहरों को बंद कर पानी सीधा छोड़ा जाता है। दोपहर 12 बजे 2.40 लाख से अधिक क्यूसेक पानी लगातार यमुना में चल रहा था। हथनीकुंड बैराज से यमुना नदी से लगातार चल रहा है पानी सुबह 9 बजे 1,47,857 क्यूसेक, 10 बजे 2,09,042 क्यूसेक,11बजे 2,23,054 क्यूसेक और दोपहर 12 बजे 2,40,825 क्यूसेक।