नयी दिल्ली – सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मंगलवार को राज्यसभा में प्रेस एवं पाक्षिक पंजीकरण विधेयक 2023 पेश किया।
भोजन अवकाश के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के हंगामे के बीच प्रेस एवं पाक्षिक पंजीकरण विधेयक 2023 पेश कराया। इसके साथ ही विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन सिंह मेघवाल ने अधिवक्ता संशोधन अधिनियम 2023 विधेयक सदन के पटल पर रखा।
भोजन अवकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और मणिपुर पर चर्चा कराने की मांग की। कांग्रेस समेत विपक्ष के सभी सदस्य मणिपुर पर चर्चा की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने मणिपुर पर का चर्चा कराने पर अपना पक्ष रखने का प्रयास किया लेकिन उन्हें सभापति ने अनुमति नहीं दी। इस बीच सभापति ने ‘बहु राज्य सहकारी सोसायटी संशोधन अधिनियम 2023’ पर चर्चा आरंभ करा दी।
इस दौरान विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए शोर शराबा करते रहे।
कांग्रेस के पी चिदंबरम ने कहा कि विपक्ष को अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जा रहा है। इसके बाद सदन में विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वह सदन को बताना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री को सदन में क्यों आना चाहिए और मणिपुर पर बयान देना चाहिए। लेकिन श्री धनखड़ ने इसकी अनुमति नहीं दी, तो विपक्ष के सदस्य सदन की कार्यवाही से बहिर्गमन कर गए। इसके बाद सदन में ‘बहु राज्य सहकारी सोसाइटी संशोधन विधेयक 2023’ पर चर्चा सामान्य रूप से आरंभ हो गई।