फिरोजाबाद। दो दिन पहले अरांव थाना क्षेत्र में इंस्पेक्टर की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस मुताबिक दरोगा की हत्या उनके नौकर ने ही की थी। शनिवार को पुलिस ने हत्यारोपी नौकर को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त पिस्तौल व एक खोखा कारतूस बरामद कर घटना का खुलासा कर दिया। पुलिस ने आरोपित नौकर को जेल भेज दिया है।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रणविजय सिंह ने बताया कि तीन अगस्त की देर शाम चंद्रपुरा व पीथेपुर गांव के बीच उपनिरीक्षक दिनेश कुमार मिश्र की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के समय उनका नौकर धीरज शर्मा उर्फ प्रवीण भी मोटरसाइकिल पर उनके साथ मौजूद था। जिसने पुलिस को घटना की जानकारी दी। इस मामले में हत्या का मामला दर्ज कर जांच की गई। घटना की जांच के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गईं। गठित टीमों ने मौके से साक्ष्य जुटाए और सीसीटीवी कैमरे खंगाले। आसपास रहने वाले लोगों से भी जानकारी ली। मृतक सब इंस्पेक्टर के साथ हुई इस घटना के वक्त उनके साथ मौजूद उनके नौकर धीरज शर्मा से घटना के संबंध में पूछताछ की गई तो वह बार-बार बयान बदलता रहा।
उसके द्वारा दिए गए बयान की हर कड़ी को तकनीकी और मैनुअल तरीके से टीमों ने गंभीरता से जांचा तो धीरज पर शक गहरा गया। इसके बाद पुलिस टीम ने धीरज शर्मा उर्फ प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया है. अभियुक्त की निशानदेही पर घटनास्थल के पास बिटौरा से एक अवैध पिस्तौल 315 बोर मय एक खोखा कारतूस बरामद किया गया।
एएसपी के मुताबिक आरोपी धीरज ने बताया कि वह पिछले 06 महीने से मृतक दिनेश मिश्रा के साथ रहता था और खाना बनाने के अलावा घर का अन्य काम भी करता था। जिसके बदले में वे उसे पैसे देते थे। उन्होंने बताया है कि इंस्पेक्टर दो महीने से पैसे नहीं दे रहे थे। पैसों की कमी के कारण वह अपनी बेटी की फीस भी नहीं भर पा रहे था। बेटी को किताबों की ज़रूरत थी, लेकिन पैसे न होने के कारण वह खरीदने में सक्षम नहीं था। उसने इंस्पेक्टर से पैसे भी मांगे, लेकिन वह उसकी बात को टाल रहा था। इस कारण उसका इंस्पेक्टर से विवाद हो गया। इसी के चलते उसने इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी।