नई दिल्ली। पीएम मोदी के ‘भारत छोड़ो’ नारे को लेकर बुधवार को भाजपा नेताओं ने ”भारत छोड़ो आंदोलन” की बरसी पर संसद परिसर में गांधी जी प्रतिमा के सामने भ्रष्टाचार, वंशवाद, तुष्टीकरण ‘भारत छोड़ो’ का नारा दिया।
जिसकाे लेकर कांग्रेस ने भाजपा और आरएसएस पर सवाल उठाए हैं। विपक्ष ने कहा, स्वतंत्रता संग्राम में भाजपा ने क्या बलिदान दिया है।
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, “भाजपा और भारत छोड़ो के बीच क्या संबंध है? भाजपा ने आजादी के लिए स्वतंत्रता आंदोलन में कोई भागीदारी नहीं दी।”
भाजपा पर कटाक्ष करते हुए राज्यसभा सांसद वेणुगोपाल ने कहा, “भाजपा पूरी तरह से स्वतंत्रता आंदोलन के खिलाफ है। इस बात का क्या मतलब है कि वे भारत छोड़ो दिवस पर कुछ कह रहे हैं।”
कांग्रेस नेता ने कहा, ”यह एक ऐतिहासिक दिन है, हम प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में संसद में बहस की मांग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री संसद में भी नहीं आ रहे हैं। वह मणिपुर के बारे में भी कोई बात नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, भारत छोड़ो आंदोलन अब हमें इसी सरकार की याद दिलाता है।”
इस बीच, कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर ने भी ट्विटर पर कहा, “संसद में गांधीजी की प्रतिमा के पास भाजपा सदस्यों को ‘भारत छोड़ो’ थीम के साथ नारे लगाते देखना विडंबनापूर्ण है। 81 साल पहले उनके पूर्वज कहां थे? ”
कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनिकम टैगोर ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा, ”आरएसएस ने कभी भी ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में भाग नहीं लिया। पूर्व आरएसएस के लोगों को अपने कृत्य के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। पूर्व प्रचारक के रूप में नरेंद्र मोदीजी को भारत छोड़ो पर ज्ञान देने से पहले माफी मांगनी चाहिए।”
कांग्रेस नेताओं की यह टिप्पणी तब आई है जब भाजपा ने बुधवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर ताजा हमला किया और इसे “अहंकारी” कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर हमला करते हुए लिखा, “भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेने वाले महान लोगों को श्रद्धांजलि। गांधी जी के नेतृत्व में, इस आंदोलन ने भारत को विदेशी शासन से मुक्त कराने में प्रमुख भूमिका निभाई। आज, भारत एक स्वर में कह रहा है, भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, वंशवाद भारत छोड़ो और तुष्टीकरण भारत छोड़ो।”