बागपत। भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह और एसपी बागपत अर्पित विजयवर्गीय को बागपत में सेना भर्ती नहीं होने पर ठहराया जिम्मेदार है। सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने कहा, बड़े दुर्भाग्य की बात है कि डीएम और एसपी व्यवस्थाएं नहीं कर पाए।
मुंबई के पुलिस कमिश्नर के पद से रिटायर होने के के बाद बागपत से भाजपा के दो बार से सांसद डा. सत्यपाल सिंह ने अपनी ही पार्टी की सरकार के अधिकारियों के कामकाज पर सवाल उठाया है। बागपत से सांसद डा. सत्यपाल सिंह ने आज एक प्रेसवार्ता कर बागपत के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और एसपी अर्पित विजयवर्गीय को निशाने पर लिया। प्रेसवार्ता में भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि बड़ी मुश्किल से बागपत को सेना भर्ती सेंटर बनाया गया था, लेकिन डीएम और एसपी ने शासन को पत्र लिख दिया कि सेना भर्ती सेंटर के लिए जिले में पर्याप्त इंतजाम नहीं हो पाए हैं।
डीएम व एसपी ने शासन को लिखा कि सेना भर्ती में 13 जिलों के अभ्यर्थी आएंगे, लेकिन इनके लिए पर्याप्त पुलिस बल व अन्य इंतजाम नहीं हो पाए हैं। दोनों अफसरों की लापरवाही से बागपत के अभ्यर्थी सेना में भर्ती नहीं हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि जब क्षेत्र में सेना भर्ती की प्रक्रिया होती है तो क्षेत्रीय युवाओं को भी लाभ मिलता है लेकिन यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि प्रशासन स्तर पर सेना भर्ती के लिए इंतजाम किए गए।
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के एनडीए में आने की चर्चाओं को लेकर उन्होंने कहा कि जयंत भी बीजेपी में नहीं आ रहे हैं और मैं भी कही नहीं जा रहा हूं। हालांकि भाजपा ऐसी पार्टी है, जहां खूब मौके मिलते है और कुछ अच्छा करने के लिए बढ़ावा दिया जाता है।